विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने केंद्रीय बजट 2024 पर लोकसभा को संबोधित किया। संसद के दोनों सदनों ने 24 जुलाई को केंद्रीय बजट 2024 पर चर्चा शुरू की. उन्होंने कहा कि भारत में डर का माहौल है और यह डर हमारे देश के हर पहलू में व्याप्त है. विपक्षी दलों ने इसे “भेदभावपूर्ण” बताया, जबकि सरकार ने इसे “भेदभावपूर्ण” बताया। यह “दूरदर्शी” है।
किसान, वोटर सब को चक्रव्यूह में फसाया
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि इसके बारे में मैंने काफी सोचा और एक जवाब मैं प्रस्तावित करता हूं। हजारों साल पहले हरियाणा में कुरुक्षेत्र में एक युवा अभिमन्यु को 6 लोगों ने चक्रव्यूह में मारा था। फंसाकर मारा था। चक्रव्यूह के अंदर डर होता है, हिंसा होती है, और अभिमन्यु को चक्रव्यूह में फंसाकार मारा। 21वीं सदी में सर एक नया चक्रव्यूह तैयार हुआ है। वो भी लोट्स की शेप में है, उनका चिह्न पीएम अपनी छाती पर लगाकर चलते हैं।
नोटबंदी पर साधा निशाना
राहुल गांधी ने नोटबंदी, जीएसटी और टैक्स टेररिज्म के जरिए हमला किया गया। इसको रोकने के लिए बजट में आपने कुछ नहीं किया है। ये जो आपकी नीतियां है जो कोविड के समय बड़े बिजनेस की मदद की और छोटी बिजनेस को खत्म किया, उसके कारण आज देश के युवा को रोजगार नहीं मिल सकता है। एक युवा को रोजगार नहीं मिल सकते हैं।
इंटर्नशिप योजना पर उठाए सवाल
राहुल गांधी ने कहा कि बजट में आपने इंटर्नशिप प्रोग्राम है। आपने कहा कि सबसे बड़ी 5 कंपनियों में होगा। 99 फीसदी युवा को इस इंटर्नशिप प्रोग्राम से कोई लेना देना नहीं है। कांग्रेस नेता ने कहा कि मेन मुद्दा आज युवाओं का परीक्षा में पेपर लीक है। जहां भी हम जाते हैं वो कहते हैं बेरोजगारी है लेकिन पेपर लीक भी होता है। 10 साल में 70 बार हुआ है पेपर लीक।