नई दिल्ली : केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को जाट नेताओं से मुलाकात की। इस मुलाकात का सीधा मतलब चुनाव के दौरान नये समीकरण बनाना है लेकिन इतना समझा जा रहा है कि शाह की मुलाकात के बाद जाट नेताओं ने भाजपा को अपना समर्थन देने की मंशा जाहिर की है।
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हालांकि यह तो समय के गर्त में है कि चुनाव में भाजपा को जाट समुदाय का समर्थन पूरी तरह से मिलता है या फिर नहीं, लेकिन अभी तो शाह ने गोटी बैठाने का काम जरूर किया है। बता दें कि दिल्ली में शाह ने यह मुलाकात की है और यह मुलाकात परवेश वर्मा के घर पर हुई।
शाह ने कहा-आप पर फिर है हमें भरोसा
शाह ने जाट नेताओं से मुलाकात में कहा कि उन्हें आप जैसे नेताओं पर पूरा भरोसा है क्योंकि बीते तीन चुनावों में आपके माध्यम से ही जाट समुदाय ने हमें समर्थन देकर जीत का परचम लहराने में मदद की है। आपने हमारी झोली भर दी इसलिए इस बार फिर आप पर हम भरोसा कर रहे है कि जिस तरह से बीते चुनावों में आपने हमारी मदद की, हमारा विश्वास टूटेगा नहीं।
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नहीं चाहते अखिलेश को
बैठक में मौजूद केन्द्रीय मंत्री संजीव बालियान ने भी जाट नेताओं से चर्चा की और यह कहा कि जाट समाज के लोग यह कदापि नहीं चाहते है कि यूपी में अखिलेश यादव मुख्यमंत्री बने या फिर उनकी सरकार बने। भाजपा ही यूपी की जनता के लिए अच्छी सरकार साबित हो सकती है क्योंकि यूपी में जो काम मौजूदा भाजपा की सरकार ने किया है वह अन्य किसी के नहीं हो सकते।
वर्मा शाह से ये बोले
परवेश वर्मा ने बैठक के बाद शाह से करीब दस मिनट से अधिक चर्चा की। उन्होंने जयंत चौधरी के बारे में भी शाह से चर्चा की और कहा कि उन्होंने गलत रास्ता चुना है। हम तो भाजपा में उन्हें देखना चाहते थे लेकिन अब जाट समाज के लोग उनसे बातचीत करेंगे। हमारे दरवाजे तो हमेशा से ही चौधरी के लिए खुले हुए है।