पौराणिक ग्रंथो और पुराणों में वर्णित श्री कृष्ण की नगरी द्वारका के बारे में माना जाता है ,कि यह समुद्र में डूबी है. जानकारों के अनुसार यह समुद्र के गर्त में अब भी मौजूद है. इसी के दर्शन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज गहरे पानी में जाकर आज दर्शन किए. उन्होंने कहा कि इस अनुभव ने मेरे सामने भारत की आध्यात्मिक और ऐतिहासिक जड़ों के साथ एक दुर्लभ और गहरा संबंध प्रस्तुत किया. पीएम मोदी ने पानी के अंदर द्वारका नगरी को श्रद्धांजलि अर्पित की.
पीएम मोदी ने अपने अनुभव को साझा करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, पानी में डूबी द्वारिका नगरी में प्रार्थना करना बहुत ही दिव्य अनुभव था. मुझे आध्यात्मिक वैभव और शाश्वत भक्ति के एक प्राचीन युग से जुड़ाव महसूस हुआ. भगवान श्री कृष्ण हम सभी को आशीर्वाद दें. उन्होनें कहा, श्भगवान श्री कृष्ण की कर्मभूमि द्वारकाधाम को मैं श्रद्धापूर्वक नमन करता हूं. देवभूमि द्वारका में भगवान कृष्ण द्वारकाधीश के रूप में विराजते हैं. यहां जो कुछ भी होता है वो द्वारकाधीश की ईच्छा से ही होता है.
To pray in the city of Dwarka, which is immersed in the waters, was a very divine experience. I felt connected to an ancient era of spiritual grandeur and timeless devotion. May Bhagwan Shri Krishna bless us all. pic.twitter.com/yUO9DJnYWo
— Narendra Modi (@narendramodi) February 25, 2024
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि मैंने गहरे समंदर के भीतर जाकर प्राचीन द्वारका जी के दर्शन किए. पुरातत्व के जानकारों ने समंदर में समाई उस द्वारका के बारे में काफी कुछ लिखा है. कहते हैं कि भगवान विश्वकर्मा ने खुद इस द्वारकानगरी का निर्माण किया था. आज मेरा मन बहुत गदगद है, मैं भावविभोर हूं. दशकों तक जो सपना संजोया और आज उस पवित्र भूमि को स्पर्श करके पूरा हुआ…आप कल्पना कर सकते हैं, मेरे भीतर कितना आनंद होगा.
गौरतलब है कि पीएम मोदी ने इस साल जनवरी में लक्षद्वीप की यात्रा की थी. यहां उन्होंने स्नॉर्कलिंग का आनंद उठाया था और अपनी तस्वीरें शेयर करते हुए देशवासियों से छुट्टियां बिताने के लिए यहां आने की अपील की थी. पीएम मोदी ने एडवेंचर स्पोर्ट्स के लिए लक्षद्वीप को एक बेहतरीन जगह बताते हुए अपने वहीं इस कदम भारत में लक्षद्वीप में जाने की लोगों में होड़ मच गई थी.