आम आदमी पार्टी (आप) के नेता सोमनाथ भारती, जिन्होंने पहले नरेंद्र मोदी के सत्ता में आने और फिर से प्रधानमंत्री बनने पर अपना सिर मुंडाने की कसम खाई थी. ने अब पलटी मार ली है। और अपने वादे को पूरा करने से इनकार कर दिया है। तीसरा कार्यकाल में मोदी ने लि शपथ और कहा कि यह कार्यकाल केवल मोदी का नहीं है मोदी ने यह लोकसभा का चुनाव अपने हवाल से नहीं जीता है, और बनी सरकार ने गठबंधन के साथ अपनी जीत को हांसिल किया ।
सोमनाथ भारती ने कहा था कि अगर वह तीसरी बार चुने गए तो मैं अपना सिर मुंडा लूंगा। हालांकि, वह अपने दम पर नहीं जीते हैं। पार्टीयों का सहारा उन्हें मिला है। मेरे द्वारा कह गये शद्धो पर में अडिग रहा हुं। वह अपने दम पर नहीं जीत हांसिल कर सकते है। यदी वह एक स्वतंत्र रूप से चुनावी विजेता होते तो में अपना सिर को मुंडवाने में तैयार होता। पिछले सप्ताह लोकसभा के नतीजों से पहले केंद्र में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने का भरोसा जताते हुए आप नेता ने घोषणा की थी कि अगर मोदी को केंद्र में दोबारा सत्ता मिली तो वह अपना सिर मुंडवा लेंगे।
भाजपा के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने कहा, हम जानते हैं कि आम आदमी पार्टी के प्रमुख नेताओं को अपनी बातों का कोई सम्मान नहीं है, लेकिन हर नागरीक चाहता है कि इस बार चुनावी विजेता पर सोमनाथ भारती आपना सिर को मुंडवा लें या इस सार्वजनिक जीवन को त्याग दे।
रविवार शाम को मोदी ने लगातार एतिहासीक तीसरी बार भारत के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू कि उपस्थिति में मोदी और उनके 71 सदस्यीय मंत्रिपरिषद को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। जिसमें 30 कैबिनेट मंत्री, 5 स्वतंत्र प्रभार वाले राज्य मंत्री और 36 राज्य मंत्री शामिल हैं।