हिंदू पंचाग के मुताबिक हर वर्ष फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को महाशिवरात्रि का पर्व बेहद ही धूमधाम से मनाया जाता है। आपको बता दें कि इस वर्ष की महाशिवरात्रि पर शनि प्रदोष व्रत का भी शुभ संयोग बन रहा है। इसलिए वर्ष की महाशिवरात्रि बहुत ही विशेष मानी जा रही है। चलिए नीचे खबर में जानते हैं तिथि और शुभ मुहूर्त।
महाशिवरात्रि 2023 पूजा का समय
शास्त्रों में बताया गया है कि महाशिवरात्रि के पर्व पर भगवान शिव की पूजा चार प्रहर में की जाती है।
निशिता काल का समय : 18 फरवरी, रात 11 बजकर 51 मिनट से 12 बजकर 41 मिनट तक
प्रथम प्रहर पूजा समय– 18 फरवरी शाम 06 बजकर 45 मिनट से रात्रि 09 बजकर 35 मिनट तक
द्वितीय प्रहर पूजा समय– 18 फरवरी रात्रि 09 बजकर 35 मिनट से 19 फरवरी मध्यरात्रि 12 बजकर 24
तृतीय प्रहर पूजा समय– 19 फरवरी मध्यरात्रि 12 बजकर 24 मिनट से प्रातः 03 बजकर 14 मिनट तक
चतुर्थ प्रहर पूजा समय– 19 फरवरी प्रातः 03 बजकर 14 मिनट से सुबह 06 बजकर 03 मिनट तक
महाशिवरात्रि के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग शाम 04 बजकर 12 से शाम 06 बजकर 03 मिनट तक रहेगा। ऐसे में इस वक्त की अवधि में पूजा की तैयारी करें और भगवान शिव के नाम का स्मरण करते रहें।
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महाशिवरात्रि पर शनि का योग
महाशिवरात्रि के दिन शनि प्रदोष व्रत का भी शुभ संयोग बन रहा है। इसलिए इस दिन का महत्व और भी अधिक बढ़ गया है। इसलिए शनि दोष से मुक्ति पाने के लिए भगवान शिव का काले तिल से अभिषेक करें। वहीं इस दिन शनि देव अपनी मूल त्रिकोण राशि कुंभ में स्थित रहेंगे।
महाशिवरात्रि के खास उपाय
महाशिवरात्रि पर्व के दिन भगवान शिव की आराधना के वक्त शिवलिंग पर शहद से अभिषेक करें। ऐसा करने से कार्यस्थल पर आ रही समस्त समस्याएं दूर हो जाती हैं और भक्तों को खास आशीर्वाद मिलता है।
शिवरात्रि के दिन भगवान शिव का रुद्राभिषेक दही द्वारा करने से आर्थिक क्षेत्र में आ रही तमाम परेशानियां दूर हो जाती हैं। इसके साथ गन्ने के रस से भगवान शिव का अभिषेक करने से मां लक्ष्मी बेहद प्रसन्न होती हैं।
भगवान शिव की पूजा अर्चना के समय 108 बार ‘ॐ पार्वतीपत्ये नमः’ मंत्र का जप करते हुए शिवलिंग का अभिषेक करें। ऐसा करने से आर्थिक और निजी लाइफ में प्रगति होती है। साथ ही सभी समस्त परेशानियां समाप्त हो जाती हैं.
महाशिवरात्रि पूजन विधि
महाशिवरात्रि के दिन प्रातःकाल शीघ्र स्नान कर लें। साथ ही साफ स्वच्छ कपड़े पहन लें। वहीं इसके बाद भगवान भोलेबाबा के मंदिर जाकर भगवान शिव का अभिषेक करें। अभिषेक करने से कालसर्प दोष से मुक्ति मिल सकती है। वहीं शहद से अभिषेक करने से ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है। इस दिन भगवान शिव को बेलपत्र, भांग और धतूरा और अक्षत अर्पित करें। जिससे जातक को जीवन भर कभी भी पैसों की तंगी नहीं होगी।
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