सलमान खान के करीबी ने बताया, बाबा सिद्दीकी ने मरने से एक दिन पहले इस शख्श को किया था कॉल

ravigoswami
Published on:

सलमान खान के करीबी दोस्त और NCP नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या 12 अक्टूबर को हुई थी, जिससे पूरे देश में खलबली मच गई थी। वे केवल एक नेता ही नहीं थे, बल्कि बॉलीवुड में भी उनकी अहम पहचान थी। हर साल ईद के दौरान बाबा की इफ्तार पार्टी में बॉलीवुड की बड़ी हस्तियां शिरकत करती थीं। उनकी मौत से फिल्म इंडस्ट्री में शोक की लहर दौड़ गई थी, और सलमान खान इस सदमे में बुरी तरह से डूबे हुए थे। दोनों की दोस्ती बेहद गहरी थी, और अक्सर उन्हें साथ में देखा जाता था। अब, सलमान के करीबी दोस्त ने एक चौंकाने वाला खुलासा किया है कि बाबा सिद्दीकी ने अपनी मौत से एक दिन पहले उन्हें फोन किया था।

बाबा सिद्दीकी की हत्या से एक दिन पहले हुआ था फोन कॉल

बाबा सिद्दीकी की मौत को एक महीना होने को है, लेकिन उनके जाने का दुःख अभी भी लोगों के दिलों में ताजे हैं। हाल ही में, सिद्धार्थ कनन के दोस्त और शिवसेना युवा सेना के सदस्य राहुल कनाल ने एक इंटरव्यू में कई चौंकाने वाले खुलासे किए। जब उनसे बाबा सिद्दीकी के साथ अपने रिश्ते के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि बाबा एक बहुत अच्छे इंसान थे। राहुल ने बताया कि बाबा ने अपनी मौत से एक दिन पहले रात को उन्हें दो बार फोन किया था, लेकिन वे सो रहे थे और कॉल का जवाब नहीं दे सके। राहुल ने अफसोस जताते हुए कहा कि वह कभी नहीं जान पाए कि बाबा उन्हें रात डेढ़ बजे क्या बताना चाहते थे।

लोगों के लिए हमेशा तत्पर थे बाबा सिद्दीकी

राहुल ने बताया कि वह और बाबा सिद्दीकी एक ही कॉलेज से पास आउट थे, और इसी वजह से उनका रिश्ता बहुत गहरा था। जब भी किसी को किसी चीज़ की ज़रूरत होती थी, तो बाबा सबसे पहले मदद के लिए सामने आते थे। यदि किसी का बच्चा स्कूल या कॉलेज में एडमिशन नहीं पा पाता था, तो वह बाबा के पास जाता था। बाबा न केवल बच्चों का एडमिशन करवाते थे, बल्कि एक हफ्ते बाद उनकी फीस भी खुद भरवाते थे।

राहुल कनाल ने किया खुलासा, बाबा सिद्दीकी से तीन दिन पहले की थी मुलाकात

राहुल ने बताया कि बाबा सिद्दीकी से उनकी आखिरी मुलाकात उनके निधन से तीन दिन पहले हुई थी। इस दौरान बाबा ने अपने बेटे जीशान के करियर और आगामी चुनावों के बारे में उनसे चर्चा की। राहुल ने कहा कि बाबा हमेशा उनके लिए मददगार रहे, और इस मुलाकात के बाद उन्होंने एक घंटे तक फोन पर भी बात की। बाबा की चिंता का मुख्य कारण हमेशा जीशान की भलाई और भविष्य रहा था।