चंडीगढ़: पंजाब सूबे की कांग्रेस में टिकट बंटवारे के मामले में आपसी मतभेद होना शुरू हो गए है। इसके चलते न केवल कांग्रेस भीतरघात का शिकार हो सकती है वहीं होेने वाले चुनाव में नुकसान भी उठाना पड़ सकता है। सूबे में ताजा मामला मौजूदा सीएम चरणजीत सिंह चन्नी और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोतसिंह सिद्धू के मतभेद होने का सामने आया है। पार्टी ने चन्नी के भाई मनोहर सिंह को टिकट देने से इनकार किया तो उन्होंने निर्दलीय रूप से चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया। बताया गया है कि चन्नी अपने भाई को टिकट देेने के लिए सिद्धू पर दबाव बना रहे थे लेकिन सिद्धू ने इस बात से साफ इनकार कर दिया।
इसके बाद चन्नी के भाई ने फतेहगढ साहिब जिले के बस्सी पठाना से निर्दलीय उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतरने का फैसला लिया है। कांग्रेस सूत्रों की यदि माने तो सिद्धू और चन्नी में वैसे ही पहले से मतभेद बने हुए है लेकिन चन्नी के भाई को टिकट नहीं देने से इन दोनों के बीच मतभेद की खाई ओर अधिक हो गई है। चुनाव से पहले पार्टी आलाकमान चन्नी और सिद्धू के बीच शांति बनाने की कोशिश कर रहा है, दोनों नेताओं के बीच मतभेद बढ़ रहे हैं और चन्नी के परिजनों को टिकट न देने से यह और भी बढ़ जाएगा। टिकट नहीं दिए जाने से नाराज मनोहर ने मीडिया से कहा कि वह अपने भाई चन्नी से मिले और उनसे कहा कि वह चुनाव लड़ेंगे।