मुंबई। भारत सहित पूरी दुनिया में सड़क दुर्घटनाओं और इससे होने वाली मौतों की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए सुरक्षा का विषय ऑटोमोटिव कंपनियों और ग्राहकों, दोनों के लिए समान रूप से महत्वपूर्ण चिंता का विषय हो गया है। भारत जैसे देश में, जहाँ सड़क दुर्घटनाओं में हर साल 1.5 लाख यानी हर रोज लगभग 400 मौतें होती हैं, इसके महत्व पर जितना कहा जाए उतना कम है। इस प्रकार, सीईएसएस (कनेक्टेड, इलेक्ट्रिक, सेफ, और शेयर्ड) के माध्यम से गतिशीलता रूपांतरण का महत्वपूर्ण स्तम्भ होने के नाते भारत में सुरक्षा की माँग केवल बढ़ेगी ही। भारतीय ऑटोमोटिव उद्योग में एक अग्रणी कंपनी के रूप में टाटा मोटर्स(Tata Motors) हर वर्ग में सबसे सुरक्षित वाहन मुहैया करने की अपनी प्रमुख वचनबद्धता पर लगातार जोर देता है।
टाटा मोटर्स के प्रेसिडेंट और सीटीओ, श्री राजेंद्र पेटकर ने कहा कि, “आजकल ग्राहक किफायत और परफॉरमेंस जैसे परम्परागत गुणों से आगे देखने लगे हैं और वे खरीदारी का फैसला करने के पहले सुरक्षा को प्राथमिकता दे रहे हैं। पैसेंजर व्हीकल्स (पीवी) से प्राप्त वार्षिक आय में हमारी वृद्धि ट्रैक्शन और लोकप्रियता दर्शाती है जो हम इस मोर्चे पर भारतीय कार खरीदाओं के बीच प्राप्त कर रहे हैं। हम सुरक्षा के लिए एक दीर्घकालीन रणनैतिक खाका बनाकर दौड़ में आगे बने रहे हैं। हमने यह स्थिति अपनी विशेषज्ञ इंजीनियरिंग टीमों, निवेशों, नई-नई अवधारणाओं के पोषण, सही टेक्नोलॉजी पार्टनर्स के चुनाव और कम खर्चीले इंजीनियरिंग के माध्यम से व्यापक बाज़ारों के लिए समाधान प्रदान करने हासिल की है।