भारतीय स्टेट बैंक, जो देश का सबसे बड़ा बैंक हैं, ने कुछ दिनों पहले ही अपने ग्राहकों के लिए एक खास घोषणा की थी। इस घोषणा में SBI ने कहा था कि अब ग्राहक 3-in-1 अकाउंट की सौगात पा सकेंगे। जिसमें ग्राहक, एक सामान्य खाता, डीमैट खाता और ऑनलाइन ट्रेडिंग खाता तीनों के लाभ उठा सकेंगे। इस नई बैंकिग फैसिलिटी के तहत एसबीआई के ग्राहकों को आसान और पेपरलेस ट्रेडिंग करने में मदद मिल रहीं हैं। और इस विशेष खाते का इस्तेमाल स्टॉक मार्केट में इन्वेस्ट करने में भी किया जा रहा हैं।
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अब इसके बाद SBI ने अपने ग्राहकों को नए साल का एक और तोहफा देते हुए डिजिटल बैंकिंग को प्रोत्साहित करने के लिए मुफ्त IMPS ऑनलाइन लेनदेन की सीमा 2 लाख रुपये से बढ़ाकर 5 लाख रुपये करने का फैसला किया है। SBI द्वारा जारी किये गए एक बयान में कहा गया हैं कि वह YONO सहित इंटरनेट बैंकिंग / मोबाइल बैंकिंग के माध्यम से किए गए 5 लाख रुपये तक के तत्काल भुगतान सेवा (Immediate Payment Service IMPS) लेनदेन पर कोई सेवा शुल्क नहीं लगाएगा।
आपको बता दे कि शाखा के माध्यम से होने वाले लेनेदेन के मौजूदा स्लैब में सेवा शुल्क में कोई बदलाव नहीं किया गया है। हालांकि, 2 लाख रुपये से 5 लाख रुपये तक का एक नया स्लैब जोड़ दिया गया है। अब शाखाओं के माध्यम से 2 लाख रुपये से 5 लाख रुपये तक की IMPS लेनदेन के लिए प्रस्तावित सेवा शुल्क 20 रुपये व जीएसटी है.।और ये नया चार्ज 1 फरवरी, 2022 से प्रभावी होगा।