उज्जैन। सांसद अनिल फिरोजिया ने सिंहस्थ मेला कार्यालय में शनिवार 18 दिसम्बर को दोपहर में जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक लेकर निर्देश दिये हैं कि नवीन ऑटो रिक्शा का रजिस्ट्रेशन एवं परमिट न दिया जाये। जिले में जिन ऑटो रिक्शा को परमिट नहीं दिये गये हैं, उन ऑटो रिक्शा वालों को शिविर लगाकर परमिट उपलब्ध कराये जायें। ऑटो, मैजिक, ईरिक्शा का किराया एवं रूट का निर्धारण किया जाये। साथ ही इनका स्टेण्ड का भी निर्धारण एक माह के अन्दर करने के निर्देश सम्बन्धितों को दिये।
बैठक में सांसद अनिल फिरोजिया ने निर्देश दिये हैं कि तीन बत्ती चौराहा से होटल शिप्रा होते हुए माधव नगर रेलवे स्टेशन तक दुकानों के सामने सड़क पर वाहन बहुतायत में खड़े रहने के कारण रोड आयेदिन जाम होता है। इस हेतु नगर निगम, आरटीओ आदि की टीम गठित कर आवश्यक कार्यवाही की जाये। शान्ति पैलेस चौराहा पर प्रायवेट बसें खड़ी रहती हैं, जहां पर संचालन हो रहा है। उन पर कार्यवाही की जाये। जिन वाहनों को जिस रूट का परमिट दिया गया है, उसी रूट पर वाहनों का संचालन कराया जाना सुनिश्चित करें। नियम तोड़ने वालों के विरूद्ध सख्ती से कार्यवाही करने के निर्देश आरटीओ को दिये। बैठक में जिले के विभिन्न मार्गों में दुर्घटनाएं संभावित ब्लेक स्पाटों की पहचान कर उनके सुधार का कार्य अनिवार्य रूप से किया जाये, ताकि दुर्घटना न घटे। विभिन्न मार्गों से आने वाली एम्बुलेंस वाहन के लिये अलग से लेन सुरक्षित होना चाहिये, ताकि गंभीर पीड़ित व्यक्ति को शीघ्रता से सम्बन्धित अस्पताल पहुंचाया जा सके। उज्जैन से घोंसला, आगर रोड की स्थिति अत्यन्त खराब है। उसे ठीक करने के निर्देश एमपीआरडीसी के अधिकारी को दिये। बैठक में शहर की यातायात व्यवस्था पर भी व्यापक चर्चा की और सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिये कि शहर में जहां वन-वे है, उसका सख्ती से पालन कराया जाना सुनिश्चित करें। पार्किंग स्थल का पालन कराया जाये। यातायात के अधिकारी को इस सम्बन्ध में आवश्यक दिशा-निर्देश देते हुए कहा है कि यातायात सुव्यवस्थित हो और आम आदमी इसका पालन करे, इस सम्बन्ध में अनाउंस किया जाये। जिस तरह दीपावली पर्व पर छत्रीचौक, देवासगेट, कंठाल आदि स्थानों पर यातायात की बेहतर व्यवस्था की गई थी, उसका पुन: पालन किया जाये।
सांसद श्री फिरोजिया ने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिये कि गोपाल मन्दिर, सतीगेट के व्यापारियों के साथ बैठक लेकर यातायात व्यवस्था को और अच्छे ढंग से दुरूस्त करने का आग्रह किया जाये। जहां आवश्यकता है, वहां रोड का चौड़ीकरण योजना बनाकर आवश्यक कार्यवाही की जाये। लोक निर्माण विभाग के अधिकारी को निर्देश दिये कि जहां स्पीड ब्रेकर हैं, उन्हें पुतवाया जाये। चिन्हित रोडों पर वाहनों की स्पीड शहर में तय की जाये। बैठक में श्री महेन्द्र गादिया, श्री अमरीश लाला श्रीवास्तव आदि ने भी यातायात व्यवस्था के लिये अपने-अपने महत्वपूर्ण सुझाव दिये। बैठक के पूर्व कलेक्टर श्री आशीष सिंह एवं पुलिस अधीक्षक श्री सत्येन्द्र कुमार शुक्ल ने यातायात व्यवस्था सम्बन्धी चर्चा कर आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी को दिये। बैठक में गत बैठक के पालन प्रतिवेदन पर भी विस्तार से चर्चा की गई। ऑटो की संख्या निर्धारित की जाये, उनकी कैपेसिटी का निर्धारण किया जाये, शहर में यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिये वाहनों का पंजीयन, रजिस्ट्रेशन, परमिट, लायसेंस आदि की जांच की जाये। उक्त कागजात न होने पर सम्बन्धित वाहन चलाने वालों के विरूद्ध नियमानुसार आवश्यक कार्यवाही की जाये। उज्जैन से इन्दौर हाईवे पर जगह-जगह ढाबा संचालकों, पेट्रोल पम्प संचालकों आदि के सामने डिवाइडर को कटकर रास्ता बनाया है, जिससे आयेदिन दुर्घटना होती रहती है, इसे रोका जाये। शहर में बिना नम्बर वाहनों पर भी सख्ती से कार्यवाही की जाये। शहरी मार्गों पर संचालित होने वाले ऑटोरिक्शा, ईरिक्शा, मैजिक वाहनों की संख्या आवश्यकता अनुसार सुनिश्चित करने के भी निर्देश सम्बन्धितों को दिये। शहर में व्यस्ततम मार्गों पर गतिसीमा और यातायात नियंत्रण पर भी विस्तार से चर्चा कर सम्बन्धितों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।
बैठक में जिला पंचायत सीईओ सुश्री अंकिता धाकरे, नगर निगम आयुक्त श्री अंशुल गुप्ता, एडीएम श्री संतोष टैगोर, क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी श्री संतोष मालवीय, यातायात के डीएसपी श्री सुरेन्द्रपालसिंह राठौर, यूडीए सीईओ श्री एसएस रावत, पत्रकार, अन्य विभागों के अधिकारी आदि उपस्थित थे।