लखनऊ: उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव की तैयारियां शुरू हो गई है। चुनावों को लेकर एक बार फिर भगवानों का नाम जपना शुरू हो गया है। अयोध्या में रा मंदिर की नींव रखने के बाद से ही कई राजनीतिक पार्टियों की ओर से ब्राह्मणों को लेकर राजनीति की जा रही है। राम से लेकर परशुराम तक पर बयान दिए जा रहे है।
इसी बीच अखिलेश यादव ने भी भगवानों पर अपनी राजनीति शुरू कर दी है। राम पर जारी सियासत के बीच अखिलेश यादव श्रीकृष्ण की मूर्ति के साथ नज़र आए। जन्माष्टमी के मौके पर अखिलेश यादव ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक तस्वीर साझा की, जिसमें वो पत्नी डिंपल यादव के साथ नज़र आ रहे हैं।
इस पोस्ट में पीछे कृष्ण की एक बड़ी-सी मूर्ति दिख रही है, जो अखिलेश यादव अपने परिवार के पैतृक गांव सैफई में बनवा रहे हैं। अखिलेश यादव ने अपने पोस्ट में लिखा, ‘जय कान्हा जय कुंजबिहारी जय नंद दुलारे जय बनवारी, श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की सबको अनंत शुभकामनाएं’।
गौरतलब है कि भाजपा लंबे समय से राम मंदिर के नाम पर वोट मांगती आई है और अब इसकी नींव भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रख दी है। ऐसे में 2022 विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा को बड़ा मुद्दा मिल गया है। इसी बीच बहुजन समाज पार्टी ने भगवान परशुराम के नाम की आवाज़ उठा दी, जिसमें परशुराम की मूर्ति के साथ-साथ उनकी जयंती पर सरकारी अवकाश की मांग उठाई गई।
राम नाम की सियासत के बीच अखिलेश यादव ने अलग रास्ता पकड़ा और यदुवंश के कहलाए जाने वाले कृष्ण की मूर्ति पर काम आगे बढ़ाया। अखिलेश इससे पहले भी कई बार कह चुके हैं कि सभी विष्णु के अवतार हैं और हम हर किसी की पूजा करते हैं।
इधर, अयोध्या में राम मंदिर के पास सरयू किनारे योगी सरकार भगवान राम की मूर्ति बनवा रही है, तो वहीं कुछ वक्त पहले ही अखिलेश यादव ने सैफई में कृष्ण की मूर्ति बनाने का ऐलान किया था, जो अब लगभग बनकर तैयार हो चुकी है। ये मूर्ति करीब 51 फीट ऊंची है, जिसमें कृष्ण रथपाणी की मुद्रा में दिखाई पड़ रहे हैं।
इस मूर्ति का वजन करीब 60 टन है, जिसे सैफई के एक स्कूल के प्रांगण में बनाया जा रहा है। मूर्ति के आसपास कुरुक्षेत्र में हुए महाभारत के युद्ध जैसा स्वरूप दिया जाएगा, जिसमें कृष्ण हाथ में चक्र लिए हुए संबोधन कर रहे हैं।