फिल्म डायरेक्टर प्रकाश झा की वेब सीरीज आश्रम की शूटिंग को लेकर लगातार बवाल मचा हुआ है। बताया जा रहा है कि आश्रम की शूटिंग पर बजरंग दल ने बवाल मचाया है। जिसके बाद गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि इसका नाम आश्रम ही क्यों रखा गया। वेब सीरीज का नाम बदला जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिन्होंने कल प्रकाश झा और उनकी टीम के साथ मारपीट की उन पर कार्रवाई हो रही है। पर प्रकाश झा पर क्या कार्रवाई करें? गृह मंत्री ने कहा कि प्रदेश में अब फिल्म के लिए गाइडलाइन बनाई जाएगी। फिल्म निर्मातओं को पहले प्रशासन को स्टोरी देनी होगी, उसके बाद अनुमति मिलेगी। अगर उसमें कोई आपत्तिजनक सीन या किसी धर्म को आहत करने वाला सीन है तो उसके हटाने के बाद ही शूटिंग की अनुमति मिलेगी।
आगे गृह मंत्री ने फिल्म निर्माताओं से पूछा कि हमारी भावनाओं को आहत करने वाले दृश्य फिल्माते क्यों हो? हिम्मत है तो दूसरे धर्म के बारे में ऐसा करके बताएं। इसलिए हम शूटिंग को लेकर स्थाई गाइडलाइन जारी करने वाले हैं। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि प्रदेश में शूटिंग करने वालों का स्वागत है। लेकिन, मैं भी आश्रम का नाम बदलने का पक्षधर हूं। आश्रम नाम क्यों? किसी दूसरे धर्म पर नाम रख कर बताओ।
इसके अलावा गृह मंत्री ने डाबर कंपनी के करवा चौथ पर समलैंगिकता पर आधारित विज्ञापन को लेकर भी डीजीपी को निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि परीक्षण कर विज्ञापन को हटाएं, नहीं तो उनके खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि करवा चौथ पर समलैंगिक महिलाओं का विज्ञापन दिखाना बहुत गंभीर मामला है। हिंदू धर्म के त्योहारों को लेकर ही इस तरह के विज्ञापन जारी किए जाते हैं। लड़की का लड़की को चेहरा देख व्रत तोड़ते दिखाना बेहद आपत्तिजनक है। दूसरे धर्मों को आहत करने के लिए शूटिंग क्यों नहीं होती।