दो लोगों की जोड़ी है एक प्रदेश में एक्टर और दूसरा देश में डायरेक्टर – पूर्व CM कमलनाथ

Suruchi
Updated on:

भोपाल : देवास ज़िले का पुंजापुरा इलाक़ा जहाँ पिछले 60 वर्षों से भाजपा जीतती आयी है , मुझे यहाँ की दशा देखकर आश्चर्य हो रहा है कि नर्मदा किनारे होने के बावजूद यहाँ पानी का संकट , ना उद्योग , ना विकास ,ना रोज़गार , रोज़गार के अभाव में लोगों का पलायन जारी ,आज भी यह क्षेत्र विकास की दृष्टि से उपेक्षित…? मुझे तो ताज्जुब होता है कि जिन शिवराज जी को विकास के मामले में आपको धोखा देने के लिये यहाँ आपसे मंच से माफ़ी माँगना चाहिये , वो किस मुँह से यहाँ आकर फिर झूठी घोषणाएँ करने व झूठे नारियल फोड़ने की हिम्मत कैसे कर लेते है।

उक्त सम्बोधन आज खंडवा लोकसभा क्षेत्र के बाग़ली विधानसभा के पुंजापुरा में देते हुए पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शिवराज जी और उनकी सरकार को आड़े हाथो लिया। नाथ ने आज खंडवा लोकसभा क्षेत्र के कांग्रेस प्रत्याशी  राजनारायण सिंह पूरनी के समर्थन में पुंजापुरा व पंधाना में आयोजित विशाल जनसभाओ को संबोधित करते हुए कहा कि  शिवराज जी की कुर्सी तो 2 नवंबर को जाना तय है इसलिये वो तो झूठ परोसकर सिर्फ़ अपनी कुर्सी बचाने में लगे हुए है। शिवराज जी आप पुंजापुरा के 60 साल का हिसाब दो , शर्म आना चाहिये आपको कि आप फिर झूठ परोस रहे है , फिर झूठे सपने दिखा रहे है।

शिवराज जी बागली को जिला बनाने की घोषणा कितनी बार कर चुके हैं ,यह सब आपसे छुपा नही है। आज पांधना में पानी नही है , रोज़गार नही है , क्षेत्र उपेक्षित है। यहाँ की जनता शिवराज जी से 17 वर्षों का हिसाब माँग रही है। आज दो लोगों की जोड़ी है एक प्रदेश में एक्टर और दूसरा देश में डायरेक्टर , इन्हें हमें पहचानना है। इन उपचुनावो से कोई सरकार बनना ,बिगड़ना नहीं है।यह चुनाव तो एक संदेश के रूप में होंगे। यह कोरोना काल के बाद का चुनाव है।26 मार्च 2020 को मोदी जी ने 20 लाख करोड़ की घोषणा की थी।देवास क्षेत्र में भी लगभग 7 हज़ार लोगों की मृत्यु हुई।ऑक्सीजन , रेमड़ेसिविर की कमी से कितनी मौतें हुई , यह आप सभी को पता है।किसी को भी एक रुपयें का मुआवज़ा मिला क्या ?

आज का नौजवान कोई ठेका या कमीशन नहीं चाहता है ,वह तो व्यवसाय का मौका चाहता है ,अपने हाथों को काम चाहता है ,यही नौजवान देश का प्रदेश का नव निर्माण करेंगे ,मुझे आज चिंता इन नौजवानो की है। मोदी जी कहते थे कि दो करोड़ युवाओं को हर वर्ष रोजगार मिलेगा।शिवराज जी का तो क्या कहना वो तो कहते है कि हर महीने एक लाख युवाओं को रोजगार देंगे।आज प्रदेश में बेरोजगारों का पंजीयन ही 40 लाख के करीब पहुंच चुका है।युवा रोज़गार के लिये शिवराज जी को ढूँढ रहा है। आज ये किसान , रोज़गार पर बात नही करते , आज तो ये ध्यान मोड़ने के लिये राष्ट्रवाद , पाकिस्तान पर बात करते है। हमें राष्ट्रवाद का पाठ पढ़ाएँगे , ज़रा अपनी पार्टी के एक भी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी का नाम तो बता दो।

हमें काम करने के लिए सिर्फ़ साढ़े 11 माह मिले।जब मेने सरकार संभाली तो सबसे बड़ी चुनौती कृषि क्षेत्र की थी।हमारे प्रदेश की 70% अर्थव्यवस्था कृषि क्षेत्र पर आधारित है। हमने कृषि क्षेत्र में क्रांति लाने की शुरुआत की। आज जब यहाँ आया तो देखा कि बोर्ड लगे हैं कि पानी नहीं तो वोट नहीं।यह हमारी गलती तो नहीं ,प्रदेश में पिछले 17 वर्ष से किसकी सरकार रही है , यह तो उनकी कमी है। मैंने तो इस क्षेत्र के लिये सिंचाई की परियोजनाए बनायी। देवास में 1 लाख 15 हज़ार किसानों की हमने कर्ज माफी की , खंडवा में हमने 58 हज़ार किसानो की क़र्ज़माफ़ी की ,इसके गवाह तो किसान खुद है।हमने ना केवल डिफाल्टर बल्कि चालू खाता वालों का भी कर्ज माफ किया क्योंकि हमें किसानों की आर्थिक मजबूती बनाना थी।हमने किसान क़र्ज़ माफ़ी का दूसरा चरण चालू ही किया था कि हमारी सरकार गिरा दी गयी।हमने पहले चरण में 27 लाख किसानो का क़र्ज़ माफ़ किया।

हमने कोशिश की कि सोयाबीन का सही मूल्य मिले ,मक्के की बात करें तो आपने कांग्रेस के सरकार में मक्का कितने में बेचा था ,हमने तो बोनस भी दिया था।आज मक्के का क्या भाव है , हमारी सरकार के समय 2100 और आज 800 और शिवराज जी तो कहते हैं मैं तो किसान का बेटा हूं। कभी मामा बन जाते हैं , कभी किसान का बेटा बन जाते हैं।आज इन्हीं की सरकार में महिलाओं पर सबसे ज्यादा अत्याचार होते हैं ,कितने कलाकार हैं। आज रोजगार निवेश से आता है ,निवेश आता है विश्वास से।हम 5 प्रदेशों से घिरे है , फिर भी यहाँ निवेश क्यों नही आता है क्योंकि शिवराज सरकार में विश्वास का अभाव है। शिवराज सरकार में व्यवस्था है कि पैसे दो , काम कराओ। हमने कोशिश की कि बड़ी-बड़ी योजनाओं का पैसा बिचोलिये और ठेकेदार ना ले जाए ,नौजवानों को काम का मौका मिले। आज शिवराज सरकार में भ्रष्टाचार इतना चरम पर है कि 100 करोड की योजना में से 30-40 करोड़ तो बिचोलिए ही खा जाते है।

मै प्रदेश की नई पहचान बनाना चाहता था।क्या प्रदेश के पहचान माफिया ,मिलावटखोरों से होगी।मैंने शुद्ध का युद्ध अभियान चलाया ,माफियाओं के खिलाफ अभियान चलाया क्योंकि मै प्रदेश की एक नई पहचान बनाना चाहता था। आपको नेमावर हत्याकांड याद है ना ,शिवराज जी इस पर तो कुछ नहीं कहेंगे। साढ़े 11 माह की सरकार में हमने अपने नीति और नियत का परिचय दिया। इन्होंने हमें ऐसा प्रदेश सौंपा था जो महिलाओं पर अत्याचार में , किसानो की आत्महत्या में , बेरोज़गारी में , भ्रष्टाचार में नंबर वन था। हमने इंदिरा गृह ज्योति योजना के तहत 100 रुपये में 100 यूनिट बिजली प्रदान की।कल तो शिवराज जी ने हमारी इसी योजना को दोहराया , चुनाव में तो वो रोज़ झूठ परोस ही रहे हैं।

आज कह रहे है कि कमलनाथ जी हिसाब दे , अरे मैं तो हिसाब दे सकता हूं कि मेने प्रदेश में अपनी 15 माह की सरकार में ही कितनी गौशाला बनाई है ,कितने किसानों का कर्ज माफ किया ,कितने नौजवानों के रोजगार की हमने शुरुआत की, कन्या विवाह की , सामाजिक सुरक्षा पेंशन की राशि बढ़ायी लेकिन शिवराज जी आप भी तो आ जाइए ,आप भी तो अपने 17 वर्ष का हिसाब दीजिए।मै शिवराज जी को किसी भी मंच पर आकर हिसाब रखने की चुनौती देता हूँ। आप तो जेब में नारियल लेकर खूब चल रहे है।अब तो जब 2 नवंबर को गिनती होगी ,आप जो अपनी कुर्सी बचाने में रात-दिन लगे है वो अब बचने वाली नहीं है। इनको भटकता हुआ किसान , नौजवान नही दिखता , खाद-बीज का संकट , महंगाई नही दिखती ,इनके आँख-कान नही चलते , इनका तो सिर्फ़ मुँह चलता है।

-चुनाव को देखते हुए शिवराज जी से कुछ भी बुला लो क्योंकि इनको तो बस अपनी कुर्सी बचाना है।यह तो जहां नदी भी नही होती , वहाँ भी पुल बनाने की घोषणा कर देते है। मुझे पूरा विश्वास है कि आप यह तस्वीर देख कर ही फैसला करेंगे। आप जो बटन दबायेंगे , वह सिर्फ़ कांग्रेस या राज नारायण सिंह का नहीं होगा बल्कि इस क्षेत्र के भविष्य के लिए होगा। आप कमलनाथ को ,कांग्रेस को देखकर वोट भले मत देना लेकिन सच्चाई की तस्वीर देखकर ,सच्चाई को वोट ज़रूर देना। मुझे पूरा विश्वास है कि यहां का परिणाम एक संदेश के रूप में होगा। यह संदेश भाजपा व शिवराज जी के लिए होगा कि हम भोले-भाले हैं ,गरीब हैं ,सीधे हैं लेकिन हम मूर्ख नहीं है।

इस दौरान मंच पर  अरुण यादव , कांग्रेस प्रत्याशी  राजनारायण सिंह पूरनी , पूर्व मंत्री सज्जन वर्मा , जयवर्धन सिंह , सुरेंद्र सिंह शेरा ,ओंकार मरकाम , प्रियव्रत सिंह ,मुकेश नायक , हीरालाल अलावा , राजकुमार पटेल ,अर्चना जायसवाल ,के.के.मिश्रा , अजय शाह ,बल्ली मिश्रा ,ओंकार पटेल , अमिताभ मंडलोई ,प्रतिभा रघुवंशी , भगवान सिंह सोलंकी , मनोज राजानी , संजय पटेल , रूपाली बारे , देवेन्द्र पटेल ,पाली भाटिया , अजय ओझा , अशोक पटेल ,धर्मेंद्र राठोर ,अनारसिंह वास्केल आदि उपस्थित थे।