जबलपुर: 5 अगस्त को भारत के लिए एक ऐतिहासिक दिन है। 5 अगस्त को अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए भूमि पूजन का आयोजन होने जा रहा है। अयोध्या में बढे ही जोर-शोर से तैयारियां चल रही है। साथ ही कार्यकम में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल होंगे। वही जहा एक तरफ जोरों शोरो से तयारी जारी है वही दूसरी और जबलपुर में रहने वाली 81 वर्षीय उर्मिला चतुर्वेदी का पांच अगस्त को वह संकल्प पूरा होने जा रहा है। दरअसल उर्मिला चतुर्वेदी ने संकल्प लिया था कि राम मंदिर का निर्माण शुरू होने पर ही अन्न ग्रहण करेंगी। वर्ष 1992 में जब अयोध्या में विवादित ढांचा ढहाया गया था, तब उन्होंने यह संकल्प लिया था।
बुजुर्ग उर्मिला ने बताया कि अयोध्या में विवादित ढांचा ढहाए जाने के बाद भड़की हिंसा से वे व्यथित थीं और उन्होंने संकल्प लिया था कि, जिस दिन सभी की सहमति से राम मंदिर का निर्माण शुरू होगा, उसके बाद ही अन्न ग्रहण करेंगी। छह दिसंबर, 1992 के बाद से वे लगातार फलाहार ले रही हैं और उनका अधिकांश समय रामायण का पाठ करने और माला जपने में गुजरता रहा है।
जबलपुर के विजय नगर में रहने वाली उर्मिला देवी की ख़ुशी का ठिकाना तब नहीं रहा जब सर्वोच्च न्यायालय ने मंदिर के पक्ष में फैसला सुनाया था। उन्होंने फैसला सुनाने वाले सुप्रीम कोर्ट के जजों और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र भेजकर बधाई दी थी । उर्मिला चतुर्वेदी ने जब उपवास शुरू किया था, तब उनकी उम्र 53 साल थी। पहले लोगों ने उन्हें बहुत समझाया कि उपवास तोड़ दें, लेकिन वे अडिग रहीं। उर्मिला चतुर्वेदी ने कहा है कि वे अयोध्या जाकर रामलला के दर्शन करने के बाद ही अन्न ग्रहण करने की इच्छा रखती हैं। उनके लिए राम मंदिर का निर्माण पुर्नजन्म जैसा है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को जब पता चला की जबलपुर की उर्मिला द्वारा 28 वर्ष तक अन्न न ग्रहण करने का संकल्प लिए तब मुख्यमंत्री ने रामस्तुति ट्वीट की, “श्री रामचंद्र कृपालु भजुमन हरण भवभय दारुणं। नव कंज लोचन कंज मुख कर कंज पद कंजारुणं।” उन्होंने ये भी लिखा कि “प्रभु श्रीराम कभी भक्तों को निराश नहीं करते हैं, फिर चाहे वह त्रेतायुग की शबरी माता हों या आज की मैया उर्मिला! माता, धन्य है आपकी श्रद्धा! यह संपूर्ण भारतवर्ष आपको नमन करता है! जय सियाराम!”
श्री रामचन्द्र कृपालु भजुमन हरण भवभय दारुणं।
नव कंज लोचन कंज मुख कर कंज पद कंजारुणं।प्रभु श्रीराम कभी भक्तों को निराश नहीं करते हैं, फिर चाहे वह त्रेतायुग की शबरी माता हों या आज की मैया उर्मिला!
माता,धन्य है आपकी श्रद्धा! यह सम्पूर्ण भारतवर्ष आपको नमन करता है!
जय सियाराम! https://t.co/Abp8LO0mjv
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) August 2, 2020