अंबाला एयरबेस पर राफेल के स्वागत की तैयारी, तीन किमी का एरिया नो ड्रोन घोषित

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नई दिल्ली: पांच राफेल विमान कल फ्रांस से भारत आ रहे है। पांच राफेल विमानों के इस जत्थे ने सोमवार को फ्रांस से उड़ान भरी है। सात हजार किलोमीटर की दूरी तय कर ये विमान भारत पहुंचेंगे। अंबाला एयरफ़ोर्स स्टेशन से इन विमानों को भारतीय वायुसेना के बेड़े में शामिल किया जाएगा। अंबाला एयर बेस भी अब राफेल के स्वागत के लिए पूरी तरह तैयार है।

राफेल विमानों के भारत आगमन के मद्देनजर अंबाला एयर बेस के लिए सुरक्षा के बंदोबस्त भी कड़े कर दिए हैं। अब अंबाला एयरबेस के 3 किलोमीटर के दायरे को नो ड्रोन जोन घोषित कर दिया गया है। एयरबेस के तीन किलोमीटर के दायरे में ड्रोन पर पूरी तरह पाबंदी रहेगी। अगर कोई इसका उल्लंघन करता है तो उस पर एक्शन लिया जाएगा।

असल में, एक तरफ जहां राफेल को लेकर एयरबेस पहले से ही तैयार है वहीं अब एयर फोर्स और अंबाला प्रशासन ने एयरबेस के 3 किलोमीटर के दायरे को नो ड्रोन जोन घोषित कर दिया है। अंबाला में एयरबेस को लेकर बंदोबस्त की जानकारी देते हुए अंबाला छावनी के DSP राम कुमार ने इस बात की जानकारी दी। उन्होंने यह भी बताया कि ये अंबाला के लिए गर्व की बात है और अगर कोई नियमों का उल्लंघन करता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई भी की जाएगी।

जिस अंबाला एयरबेस पर राफेल विमानों की तैनाती की जाएगी, वो चीन सीमा से करीब 300 किलोमीटर दूर है। इसके चलते अंबाला एयरबेस में भी राफेल को लेकर पुख्ता बंदोबस्त कर लिए गए हैं। इंडियन एयरफोर्स के मुताबिक पांच राफेल जेट विमानों का पहला जत्था 29 जुलाई को भारत में अंबाला एयरबेस पर बेड़े में शामिल होगा। हालांकि मौसम के अनुसार यह तय होगा। फाइनल इंडक्शन सेरेमनी अगले महीने के दूसरे पखवाड़े में होगी।