आज से शुरू Char Dham Yatra, जानें पूरी गाइडलाइन

Ayushi
Updated on:
Char Dham Yatra

Char Dham Yatra: आज से उत्तराखंड में चार धाम यात्रा शुरू कर दी गई है। बताया जा रहा है कि अब सीमित संख्या में भक्त चार धाम की यात्रा कर सकेंगे। लेकिन ऐसे में भक्तों को कोरोना गाइडलाइन का पूरा पालन करना होगा। राज्य सरकार और चार धाम प्रबंधन समिति ने गाइडलाइन जारी की है। बता दे, चार धाम बोर्ड के CEO रविनाथ रमन ने विस्तार में चार धाम के यात्रियों के लिए गाइडलाइन जारी की है। इस गाइडलाइन में ये साफ़ किया गया है कि चार धाम यात्रा के दौरान थर्मल स्क्रीनिंग, सैनिटाइजेशन और सोशल डिस्टेंसिंग जरूरी होगी। साथ ही सभी श्रद्धालुओं को पूरी यात्रा के दौरान मास्क पहनना अनिवार्य होगा।

Char Dham Yatra

ये भी पढ़े: Gold Rate Today: चांदी में आई बड़ी गिरावट, सोना भी हुआ इतना सस्ता

इतने भक्त कर सकेंगे दर्शन – 

नैनिताल हाईकोर्ट के आदेश के मुताबिक रोजाना 1000 के करीब श्रद्धालु बद्रीनाथ धाम के दर्शन कर सकेंगे। जानकारी है कि जबकि 800 श्रद्धालु केदारनाथ धाम, 600 गंगोत्री और 400 श्रद्धालु यमुनोत्री धाम की यात्रा कर सकेंगे। श्रद्धालुओं को या तो कोरोना वैक्सीन के दोनों डोज लगने के बाद का सर्टिफिकेट अपने साथ लाना होगा या फिर उन्हें कोरोना निगेटिव सर्टिफिकेट साथ लेकर चलना होगा, जो 72 घंटे से ज्यादा पुराना न हो। इसके बाद ही उन्हें चार धाम यात्रा की अनुमति मिलेगी।

Char Dham Yatra

प्री-रजिस्ट्रेशन कराना जरूरी –

खास बात ये है कि यात्रा करने के लिए भक्तों को प्री-रजिस्ट्रेशन कराना जरूरी है। इसके लिए भक्तों को www.devasthanam.uk.gov.in पर जाकर अपना ई-पास लेना होगा। ई-पास के लिए भक्तों को या तो कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज लगने के बाद का सर्टिफिकेट जमा करना पड़ेगा या फिर 72 घंटे के अंदर कराए गए कोरोना टेस्ट की रिपोर्ट जमा करनी होगी। साथ ही सरकार से मान्यता प्राप्त पहचान पत्र जमा करने के बाद ही उन्हें ई-पास मिलेगा। गाइडलाइन के अनुसार बच्चों और किसी भी तरह की बीमारी से जूझ रहे बुजुर्गों को चार धाम की यात्रा की अनुमति नहीं है।

Char Dham Yatra

एक बार में सिर्फ 3 लोग जाएंगे अंदर –

जानकारी के मुताबिक, यात्रा के दौरान कोरोना से बचने के लिए मंदिर में एक बारे में सिर्फ 3 लोगों को ही अंदर जाने की अनुमति होगी। ऐसे में चारों श्राइन में इस बात का ध्यान रखा जाएगा। वहीं श्रद्धालुओं को गर्भगृह में गर्भग्रह में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। इसके अलावा भक्तों से कहा गया है कि मंदिर के अंदर घंटी आदि न छुएं और किसी भी पवित्र चीज को हाथ न लगाएं। चार धाम यात्रा 4 नवंबर तक जारी रहेगी।

हमारे फेसबूक पेज को लाइक करे : https://www.facebook.com/GHMSNNews