MP Weather: मध्य प्रदेश में इस समय कड़ाके की ठंड जारी है और आगामी तीन दिनों तक कई जिलों में शीतलहर का असर बना रहने की संभावना है। मौसम विभाग ने भोपाल, इंदौर, राजगढ़, विदिशा, सीहोर, शाजापुर, जबलपुर, सिवनी और शहडोल में कोल्ड वेव अलर्ट जारी किया है, वहीं नरसिंहपुर के लिए कोल्ड डे की चेतावनी दी गई है। अनुमान है कि न्यूनतम तापमान 5 डिग्री सेल्सियस से भी नीचे गिर सकता है।
कल्याणपुर सबसे ठंडा, पारा 4.2 डिग्री तक लुढ़का
मौसम विभाग के मुताबिक, प्रदेश में सबसे कम तापमान कल्याणपुर में दर्ज हुआ, जहाँ पारा 4.2 डिग्री तक पहुंच गया। पचमढ़ी में 5.2 डिग्री, उमरिया में 5.6, राजगढ़ में 6, नौगांव में 6.5 और रायसेन में 7 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। कई अन्य शहरों में तापमान 8 से 9 डिग्री के बीच रहा। उज्जैन में इस सीजन की सबसे ठंडी रात रही, जहाँ न्यूनतम तापमान 9 डिग्री तक गिरा। वहीं, भोपाल में 7.2 डिग्री, ग्वालियर में 8.9 डिग्री और जबलपुर में 8.3 डिग्री दर्ज किया गया।
बर्फीली हवाओं से बढ़ी ठिठुरन
उत्तर भारत से चल रही सर्द और बर्फीली हवाओं ने प्रदेश में ठिठुरन को काफी बढ़ा दिया है। कई शहरों में रात का तापमान 6 डिग्री से नीचे पहुंच गया। शहडोल के कल्याणपुर में सबसे कम 4.2 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। वहीं भोपाल में पिछले चार दिनों से लगातार ठंडी हवाएं चलने के कारण दिन में भी ठंडक महसूस की जा रही है। रविवार और सोमवार की रात ज्यादातर शहरों में तापमान 10 डिग्री से नीचे रहा। इंदौर में तो पिछले 10 साल का रिकॉर्ड टूट गया और न्यूनतम तापमान 5.7 डिग्री दर्ज हुआ, जो 2015 के बाद सबसे कम है।
9 जिलों में 11 दिसंबर तक शीतलहर का अलर्ट
मंगलवार से 11 दिसंबर तक भोपाल, इंदौर, जबलपुर, विदिशा, राजगढ़, सीहोर, शाजापुर, सिवनी और शहडोल में शीतलहर की स्थिति बनी रहने का पूर्वानुमान जारी किया गया है। मौसम विभाग ने नागरिकों को सावधानी बरतने की सलाह दी है। इस वर्ष सर्दी ने कई नए रिकॉर्ड तोड़े हैं—भोपाल में नवंबर का 84 साल पुराना रिकॉर्ड टूट गया, वहीं इंदौर में 25 वर्षों में सबसे अधिक ठंड दर्ज की गई। दिसंबर में भी यही रुझान जारी है और ठंड अपने कड़े प्रभाव दिखा रही है।
उत्तर भारत में पारा गिरने का असर
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, कश्मीर, हिमाचल, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली सहित उत्तर भारत के अधिकांश मैदानी क्षेत्रों में तापमान में तेज गिरावट दर्ज की गई है। इन्हीं इलाकों से आने वाली बर्फीली हवाएँ मध्य प्रदेश में भी ठंडक बढ़ा रही हैं। इसके साथ ही, ऊपरी स्तर पर लगभग 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से बह रही तेज हवाएँ सर्दी को और कड़ा कर रही हैं। उधर, अरब सागर में सक्रिय साइक्लोनिक सर्कुलेशन के चलते नमी बढ़ गई है, जिससे ठंड का प्रभाव और गहन महसूस हो रहा है।









