गोरखपुर: उत्तर प्रदेश की टीम ने 7वीं अखिल भारतीय प्राइजमनी पुरुष कबड्डी प्रतियोगिता 2025 का खिताब अपने नाम कर लिया है। गोरखपुर के रीजनल स्टेडियम में हुए फाइनल मुकाबले में यूपी ने पूर्वोत्तर रेलवे को हराकर चैंपियनशिप जीती। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विजेता और उपविजेता टीमों को सम्मानित किया और इस मौके पर प्रदेश के खिलाड़ियों के लिए एक बड़ी घोषणा की।
सीएम योगी ने ऐलान किया कि ओलंपिक, एशियन गेम्स, कॉमनवेल्थ या विश्व चैंपियनशिप में पदक जीतने वाले प्रदेश के खिलाड़ियों को अब सीधे सरकारी नौकरी दी जाएगी। उन्होंने कहा कि 500 से अधिक खिलाड़ियों को पहले ही सरकारी सेवाओं में समायोजित किया जा चुका है और यह प्रक्रिया आगे भी जारी रहेगी।
मेडल विजेताओं को मिलेगी सीधी सरकारी नौकरी
मुख्यमंत्री ने खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि राज्य सरकार उनकी हरसंभव मदद के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने बताया कि मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों को डिप्टी एसपी और तहसीलदार जैसे महत्वपूर्ण पदों पर भी नियुक्ति दी गई है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि सरकारी नौकरी पाने वाले खिलाड़ियों को अभ्यास के लिए पूरा समय और सुविधाएं दी जाएंगी। साथ ही, किसी भी प्रतियोगिता में भाग लेने की अवधि को उनकी नौकरी का हिस्सा माना जाएगा।
“खेलोगे तो खिलोगे, यह सिर्फ एक नारा नहीं, बल्कि जीवन का महत्वपूर्ण सिद्धांत है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की भी यही अपेक्षा है कि हर युवा कम से कम एक खेल में अवश्य हिस्सा ले।” — योगी आदित्यनाथ, मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश
‘खेलो इंडिया’ से बदली खेल संस्कृति
सीएम योगी ने कहा कि पिछले 11 वर्षों में प्रधानमंत्री मोदी की प्रेरणा से ‘खेलो इंडिया’ जैसे कार्यक्रमों ने देश में खेल की संस्कृति को बढ़ावा दिया है। इसी का नतीजा है कि भारतीय खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लगातार बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्वस्थ शरीर से ही जीवन के सभी लक्ष्य पूरे होते हैं और खेल हमें शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत बनाता है।
उन्होंने कबड्डी की सराहना करते हुए कहा कि यह खेल टीम भावना, स्फूर्ति और एकता सिखाता है। कबड्डी लीग ने इस खेल को नई लोकप्रियता दी है और इसके रेड, टैकल और बोनस पॉइंट युवा ऊर्जा के प्रतीक हैं।
यूपी में मजबूत हो रहा खेल का बुनियादी ढांचा
मुख्यमंत्री ने प्रदेश में खेल के बुनियादी ढांचे के विकास पर भी जोर दिया। उन्होंने बताया कि मेरठ में मेजर ध्यानचंद स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी का निर्माण हो रहा है, जिसका पहला सत्र इस वर्ष शुरू भी हो चुका है। सरकार का लक्ष्य हर कमिश्नरी में एक स्पोर्ट्स कॉलेज, हर जिले में स्टेडियम और हर ब्लॉक में मिनी स्टेडियम बनाना है। उन्होंने कहा कि पंचायतों को मिलने वाले वित्त आयोग के पैसे का उपयोग भी अब खेल के मैदान और ओपन जिम विकसित करने में किया जा रहा है।
12 टीमों ने लिया हिस्सा
ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ जी महाराज की स्मृति में आयोजित इस प्रतियोगिता में देशभर की 12 टीमों ने हिस्सा लिया। इनमें उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, कर्नाटक, भारतीय सेना और पूर्वोत्तर रेलवे जैसी प्रमुख टीमें शामिल थीं। प्रतियोगिता में 168 खिलाड़ियों और 24 कोच-मैनेजरों ने भाग लिया। इस अवसर पर महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव, विधायक फतेह बहादुर सिंह समेत कई जनप्रतिनिधि और अधिकारी मौजूद रहे।










