मध्य प्रदेश में भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान लगातार जारी है, लेकिन रिश्वतखोरी के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। इसी कड़ी में, सतना जिले से एक और मामला सामने आया है, जहां लोकायुक्त पुलिस ने सेंट्रल जीएसटी विभाग के एक इंस्पेक्टर को घूस लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।
यह कार्रवाई बुधवार सुबह रीवा लोकायुक्त पुलिस की एक विशेष टीम द्वारा की गई। टीम ने पहले से बिछाए गए जाल में जीएसटी इंस्पेक्टर को 20,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए दबोच लिया। गिरफ्तारी के बाद आरोपी इंस्पेक्टर शर्मिंदगी के कारण अपना चेहरा छुपाता नजर आया।
शिकायत के बाद बिछाया जाल
जानकारी के अनुसार, लोकायुक्त पुलिस को एक शिकायतकर्ता ने संपर्क किया था। शिकायत में बताया गया था कि सेंट्रल जीएसटी विभाग का इंस्पेक्टर किसी काम के एवज में रिश्वत की मांग कर रहा है। शिकायत का सत्यापन करने के बाद रीवा लोकायुक्त की टीम ने मामले को गंभीरता से लिया और आरोपी को पकड़ने के लिए एक योजना तैयार की।
बुधवार सुबह, टीम ने शिकायतकर्ता को केमिकल लगे हुए 20,000 रुपये के नोट देकर इंस्पेक्टर के पास भेजा। जैसे ही इंस्पेक्टर ने रिश्वत की रकम अपने हाथ में ली, मौके पर मौजूद लोकायुक्त टीम ने उसे रंगे हाथों पकड़ लिया।
कार्रवाई से मचा हड़कंप
लोकायुक्त पुलिस की इस औचक कार्रवाई से सेंट्रल जीएसटी कार्यालय में हड़कंप मच गया। टीम ने आरोपी इंस्पेक्टर के हाथ धुलवाए, जिससे रिश्वत लेने की पुष्टि हो गई। इसके बाद भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर आगे की कानूनी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
प्रदेश में लगातार हो रही ऐसी कार्रवाइयों के बावजूद सरकारी विभागों में घूसखोरी के मामले चिंता का विषय बने हुए हैं। लोकायुक्त पुलिस का कहना है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ उनका अभियान आगे भी इसी तरह जारी रहेगा।










