मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शनिवार को हरित ऊर्जा क्षेत्र में महत्वपूर्ण कार्य कर रही ग्रीनको कंपनी के हैदराबाद मुख्यालय का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कंपनी की उन्नत तकनीकों, ऊर्जा संरक्षण से जुड़ी प्रणालियों और नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन से संबंधित प्रोजेक्ट्स का विस्तार से अध्ययन किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रीन एनर्जी अब राष्ट्र की प्रगति का एक मजबूत आधार बन रही है। हरित ऊर्जा उत्पादन और उसके अनुसंधान में ग्रीनको समूह का योगदान अत्यंत प्रशंसनीय और प्रेरणादायी है।
सीएम ने ली कंपनी की जानकारी
मुख्यमंत्री को कंपनी के ग्रुप सीईओ और प्रबंध निदेशक अनिल चैनमला शेट्टी ने देशभर में संचालित ग्रीनको की हरित ऊर्जा परियोजनाओं तथा आगामी योजनाओं की विस्तृत जानकारी प्रदान की। उन्होंने बताया कि कंपनी मध्यप्रदेश में अपने निवेश और व्यवसायिक विस्तार को लेकर गंभीरता से कार्य कर रही है। उल्लेखनीय है कि ग्रीनको समूह ने प्रदेश में बड़े स्तर पर हरित ऊर्जा परियोजनाएँ स्थापित करने की संभावनाएँ व्यक्त की हैं, जिनमें 100 GWh ऊर्जा भंडारण क्षमता, ग्रीन हाइड्रोजन क्लस्टर, बायो-रिफाइनरी प्लांट्स, 2G इथेनॉल, मेथेनॉल और सस्टेनेबल एविएशन फ्यूल (SAF) जैसे उन्नत प्रोजेक्ट शामिल हैं।
हरित ऊर्जा में भारत की वैश्विक पहचान पर सीएम का जोर
कंपनी अधिकारियों के साथ हुई सौजन्य मुलाकात में मुख्यमंत्री ने कहा कि हरित ऊर्जा उत्पादन के क्षेत्र में भारत आज वैश्विक मंच पर एक विशिष्ट पहचान स्थापित कर चुका है। मध्यप्रदेश भी इस दिशा में अग्रणी राज्य बनने की ओर तेजी से बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में ग्रीन एनर्जी सेक्टर में निवेश की व्यापक संभावनाएँ मौजूद हैं और सरकार इसे प्रोत्साहित करने के लिए निरंतर बड़े कदम उठा रही है। मुख्यमंत्री ने आश्वस्त किया कि हरित ऊर्जा के विकास और विस्तार हेतु मध्यप्रदेश में निवेश करने वाले प्रत्येक समूह और कंपनी का राज्य सदैव स्वागत करेगा।









