मंगलवार को नगर निगम की टीम भारी दलबल के साथ जर्जर मकानों पर ध्वस्तीकरण के लिए पहुंची। निगम ने कुल पांच मकानों को चिन्हित किया था, लेकिन दो मकानों को कोर्ट से अस्थायी राहत मिलने के कारण केवल तीन मकानों पर ही जेसीबी मशीनों से कार्रवाई की गई।
जोन-11 के वार्ड 60 में स्थित इन पांच मकानों पर कार्रवाई के लिए भवन अधिकारी गीतेश तिवारी, रिमूवल सुपरवाइजर बबलू कल्याणे, भवन निरीक्षक और अन्य स्टाफ उपस्थित रहे। कार्रवाई के दौरान तीन जेसीबी मशीनों का इस्तेमाल किया गया। सुरक्षा के लिहाज से संबंधित मार्ग को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया, ताकि यातायात पर कोई असर न पड़े।
JCB से जर्जर मकानों को गिराया
नगर निगम की टीम जेसीबी मशीनों के साथ स्थल पर पहुँची और पूरी सतर्कता के साथ जर्जर मकानों को ढहाने का काम पूरा किया। इस दौरान सुरक्षा नियमों का विशेष ध्यान रखा गया।
कुल 5 मकान चिन्हित
भवन अधिकारी गीतेश तिवारी ने बताया कि रानीपुरा, दौलतगंज और सियागंज क्षेत्रों में स्थित कुल 5 जर्जर मकानों की पहचान की गई थी। इनमें से दो भवनों के स्वामियों ने कोर्ट में याचिका दायर की थी और उन्हें 26 नवंबर तक अस्थायी राहत मिल गई, इसलिए इन पर कार्रवाई नहीं की गई। बाकी तीन मकानों को ढहा दिया गया।










