Indore में टूटा 37 साल का रिकॉर्ड, 7 डिग्री पर लुढ़का पारा, मौसम विभाग ने जारी किया शीतलहर का अलर्ट

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By Raj RathorePublished On: November 9, 2025

इंदौर: पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी का असर अब मध्य प्रदेश के मैदानी इलाकों में दिखने लगा है। इंदौर में ठंड ने 37 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया है, जिससे शहरवासी ठिठुरने को मजबूर हो गए हैं। शनिवार रात को न्यूनतम तापमान गिरकर 7 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया, जो इस मौसम का सबसे कम तापमान है।



यह तापमान सामान्य से 9 डिग्री सेल्सियस कम है। मौसम विभाग के अनुसार, लगातार तीसरे दिन सर्द रात ने एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। रविवार सुबह शहर में हल्का कोहरा भी छाया रहा, हालांकि दिन चढ़ने के साथ धूप खिल गई, लेकिन ठंडक बनी रही।

टूट गया 37 साल पुराना रिकॉर्ड

मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, इससे पहले 37 साल पहले 30 नवंबर को इंदौर का न्यूनतम तापमान 7.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। वहीं, अगर पिछले दशक की बात करें तो नवंबर महीने में पारा कभी इतना नीचे नहीं गया। 1 नवंबर 2009 को न्यूनतम तापमान 10.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था। आमतौर पर पिछले 10 सालों में नवंबर का न्यूनतम तापमान 10 से 15 डिग्री के बीच ही रहा है।

अचानक क्यों बढ़ी ठंड?

मौसम वैज्ञानिक अजय कुमार शुक्ला ने बताया कि ठंड में इस तेज बढ़ोतरी के पीछे दो मुख्य कारण हैं। पहला, राजस्थान की ओर से लगातार ठंडी और शुष्क हवाएं आ रही हैं। दूसरा, जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में हुई बर्फबारी के कारण उत्तरी हवाएं सीधे मध्य प्रदेश का रुख कर रही हैं। इन्हीं वजहों से नवंबर की शुरुआत में ही ठंड का पहला दौर शुरू हो गया है, जो आगे भी जारी रहने की संभावना है।

शीतलहर का अलर्ट, कोहरा भी बढ़ेगा

मौसम विभाग ने 10 नवंबर के लिए इंदौर और आसपास के जिलों में शीतलहर का अलर्ट जारी किया है। विभाग का कहना है कि अब ठंड के साथ-साथ कोहरे का असर भी बढ़ेगा। फिलहाल देर रात और सुबह के समय ठंड का प्रकोप अधिक महसूस हो रहा है। आने वाले दिनों में सुबह का हल्का कोहरा घने कोहरे में तब्दील हो सकता है। शनिवार को प्रदेश के ज्यादातर शहरों में दिन का अधिकतम तापमान भी 30 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज किया गया, जिससे अब दिन में भी ठंडक का अहसास होने लगा है।