12 साल बाद बन रहा गुरु बृहस्पति का केंद्र त्रिकोण योग, इन राशियों के लिए आएंगे बड़े वित्तीय लाभ, अचानक होगा धन लाभ

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By Pinal PatidarPublished On: October 13, 2025
chandra gochar

वैदिक ज्योतिष के अनुसार, गुरु बृहस्पति को नवग्रहों में एक विशेष स्थान प्राप्त है। सामान्यतः ये ग्रह एक राशि में लगभग एक वर्ष तक रहते हैं। लेकिन इस साल गुरु मिथुन राशि में प्रवेश करते ही अपनी गति बढ़ा चुके हैं। ऐसे में उनका गोचर सामान्य गति की तुलना में दोगुना तेजी से होगा। इसका अर्थ यह है कि वे जल्दी ही कर्क राशि में प्रवेश करेंगे। 18 अक्टूबर 2025 से 5 दिसंबर 2025 तक गुरु बृहस्पति कर्क राशि में रहेंगे, उसके बाद पुनः मिथुन राशि में लौट जाएंगे। इस दौरान कर्क राशि में उनकी उपस्थिति से केंद्र त्रिकोण राजयोग का निर्माण होगा, जो कुछ राशि के जातकों के लिए विशेष लाभकारी साबित हो सकता है।

कर्क राशि (Cancer) के जातकों के लिए


कर्क राशि में जन्मे लोगों के लिए यह समय अत्यंत लाभकारी हो सकता है। गुरु बृहस्पति छठे और बारहवें भाव के स्वामी होकर लग्न भाव में गोचर कर रहे हैं। इसका मतलब है कि आमदनी के नए स्रोत खुल सकते हैं और वित्तीय स्थिति मजबूत हो सकती है। नौकरीपेशा जातकों के लिए यह अवधि नई जिम्मेदारियां और उन्नति के अवसर ला सकती है। विरोधियों पर विजय प्राप्त करने में सफलता मिल सकती है। इस दौरान आत्ममंथन करने और अपने कर्म सुधारने का भी अवसर मिलेगा। हालांकि कुछ तनाव और विवाद की स्थिति उत्पन्न हो सकती है, लेकिन यदि आप धैर्य बनाए रखते हैं, तो सब कुछ नियंत्रण में रहेगा।

कन्या राशि (Virgo) के जातकों के लिए

कन्या राशि वालों के लिए भी केंद्र त्रिकोण राजयोग कई लाभ लेकर आ रहा है। गुरु बृहस्पति इस राशि के लाभ और आय के भाव यानी ग्यारहवें भाव में गोचर करेंगे। इसका परिणाम यह होगा कि आर्थिक स्थिति मजबूत होगी और वित्तीय वृद्धि तेजी से होगी। नई नौकरी या प्रमोशन के योग बन रहे हैं। गुरु की पांचवीं दृष्टि तीसरे भाव पर पड़ने से साहस, पराक्रम और संवाद कौशल में वृद्धि होगी। इससे कई क्षेत्रों में सफलता मिलने की संभावना बढ़ जाएगी। संतान की ओर से खुशखबरी मिलने और शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्टता हासिल करने के योग भी बन रहे हैं। इसके अलावा, शेयर बाजार या सट्टेबाजी के माध्यम से भी लाभ मिल सकता है।

मीन राशि (Pisces) के जातकों के लिए

मीन राशि के जातकों के लिए यह समय काफी शुभ माना जा रहा है। गुरु बृहस्पति इस राशि में पांचवें भाव में उच्च अवस्था में गोचर करेंगे। इसका सीधा प्रभाव संतान प्राप्ति, शिक्षा और रचनात्मकता में वृद्धि के रूप में दिखाई देगा। अध्यात्म और मानसिक विकास की दिशा में भी रुचि बढ़ेगी। आर्थिक स्थिति अच्छी बनी रहेगी और मित्रों का सहयोग प्राप्त होगा। नौकरी और व्यापार के नए अवसर मिलने की संभावना है। किस्मत का साथ भी इन जातकों के लिए विशेष रूप से रहेगा, जिससे वे अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में सफल हो सकते हैं।

इस प्रकार, 18 अक्टूबर से 5 दिसंबर 2025 तक गुरु बृहस्पति का कर्क राशि में गोचर केंद्र त्रिकोण राजयोग के रूप में कई राशि के जातकों के जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकता है। यह समय अपने प्रयासों, साहस और धैर्य से लाभ उठाने का बेहतरीन अवसर है।