आज मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव उज्जैन की महाकाल नगरी में कई बड़े विकास कार्यों की सौगात देने वाले हैं। उज्जैन-इंगोरिया मार्ग का निर्माण करीब 27 करोड़ रुपए की लागत से किया जाएगा। शुक्रवार को मुख्यमंत्री इस मार्ग के भूमिपूजन के साथ ही क्षेत्र के अन्य महत्वपूर्ण विकास कार्यों का भी शुभारंभ करेंगे।
उन्हेल में विभिन्न निर्माण कार्यों का लोकार्पण
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव शुक्रवार को उन्हेल में 18.75 करोड़ रुपए की लागत वाले निर्माण कार्यों का लोकार्पण करेंगे। इसमें 4.34 करोड़ रुपए से निर्मित शासकीय महाविद्यालय झारड़ा का भवन, 1.47 करोड़ रुपए से शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल कुंडीखेड़ा का भवन और 1.47 करोड़ रुपए से शासकीय कन्या हाई स्कूल महिदपुर का भवन शामिल हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. इंदर सिंह परमार करेंगे।
तीन दिनी यंग थिंकर्स कॉन्क्लेव का उद्घाटन
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और फिल्म निर्देशक विवेक रंजन अग्निहोत्री शुक्रवार से अवंतिका यूनिवर्सिटी परिसर में तीन दिनी ‘यंग थिंकर्स कॉन्क्लेव’ का शुभारंभ करेंगे। इस कार्यक्रम में देश-विदेश से आए 400 चयनित युवा, अचीवर्स, कलाकार और लेखक शामिल होंगे। विभिन्न राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय विषयों पर संवाद होगा। एमआर व्यंकटेश, पाथीकृत पायन, पंकज सक्सेना सहित 15 से अधिक प्रमुख वक्ता इस कॉन्क्लेव में विचार साझा करेंगे। समापन सत्र में जे नंदकुमार और डॉ. मनमोहन वैद्य अपने अनुभव साझा करेंगे। कार्यक्रम में टैलेंट हंट, सांस्कृतिक प्रस्तुतियां, पुस्तक प्रदर्शनी और महाकाल दर्शन का भी आयोजन होगा।
सम्राट विक्रमादित्य विवि में नवीन नाम पट्टिका का अनावरण
उज्जैन स्थित सम्राट विक्रमादित्य विश्वविद्यालय में शुक्रवार को आधारशिला दिवस पर विशेष आयोजन होगा। इस अवसर पर विश्वविद्यालय में नवीन नाम पट्टिका का अनावरण समारोह आयोजित किया जाएगा। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव मुख्य अतिथि होंगे। अन्य प्रमुख अतिथियों में उच्च शिक्षा मंत्री इंदरसिंह परमार, प्रभारी मंत्री गौतम टेटवाल, राज्यसभा सदस्य बालयोगी उमेशनाथ महाराज, सांसद अनिल फिरोजिया, उत्तर विधायक अनिल जैन कालूहेड़ा, महापौर मुकेश टेटवाल और निगम सभापति कलावती यादव शामिल होंगे।
सांस्कृतिक कार्यक्रम और पुष्पांजलि
आयोजन की शुरुआत शाम 5 बजे होगी। इसमें सम्राट विक्रमादित्य की प्रतिमा पर पुष्पांजलि और अभिषेक किया जाएगा। इसके बाद स्वर्ण जयंती सभागार में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होंगे, जिनमें स्थानीय और राष्ट्रीय कलाकार अपनी प्रस्तुति देंगे। इस अवसर पर विद्यार्थियों और नागरिकों को सम्राट विक्रमादित्य की विरासत और उज्जैन के सांस्कृतिक महत्व से परिचित कराने का भी प्रयास होगा।