एमपी में निवेश की बौछार, सरकार को मिले 74,300 करोड़ के प्रस्ताव, हजारों लोगों को मिलेगा रोजगार

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By Pinal PatidarPublished On: October 10, 2025

मुंबई में आयोजित ‘इंवेस्ट एमपी’ इंटरैक्टिव सेशन में निवेशकों ने दिवाली से पहले मध्यप्रदेश के औद्योगिक और नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्रों में बड़ी राशि निवेश करने की तैयारी दिखाई। इस कार्यक्रम के दौरान कुल 74,300 करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव सामने आए, जिनमें 19,900 करोड़ रुपए का निवेश नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र के लिए और 54,400 करोड़ रुपए का निवेश अन्य क्षेत्रों के लिए प्रस्तावित किया गया। इन निवेशों से प्रदेश में लगभग 7,000 नए रोजगार सृजित होंगे।

मुख्यमंत्री की निवेशकों से अपील


इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश में उद्योगों की स्थापना और निवेश आकर्षित करने के लिए व्यवस्थाओं को बेहद सरल बनाया गया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’ के तहत इस वर्ष सम्पन्न हुए ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के दौरान 18 नई औद्योगिक नीतियां लागू की गई हैं। सरल नीतियों और व्यवस्था के कारण प्रदेश में तेज़ी से निवेश आ रहा है। सीएम ने महाराष्ट्र के उद्यमियों से मध्यप्रदेश में निवेश करने का विशेष अनुरोध किया।

मुंबई का दूसरा औद्योगिक दौरा

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का यह मुंबई दौरा दूसरा था। इस दौरान उन्होंने ‘इंटरएक्टिव सेशन ऑन इन्वेस्टमेंट अपॉर्चुनिटीज इन पावर एंड रिन्यूएबल एनर्जी इक्विपमेंट मैन्युफैक्चरिंग एंड व्हाइट गुड्स इन मध्यप्रदेश’ को संबोधित किया। उन्होंने निवेशकों को प्रदेश की नई औद्योगिक नीतियों के लाभों की जानकारी दी और बताया कि पिछले साल प्राप्त सुझावों को लागू कर नई नीतियों में शामिल किया गया है।

400 से अधिक उद्योगपति और निवेशक हुए शामिल

कार्यक्रम में मुंबई और आसपास के प्रमुख औद्योगिक क्षेत्रों से 400 से अधिक शीर्ष निवेशक, उद्योगपति और औद्योगिक संघों के प्रतिनिधि शामिल हुए। इस सेशन का मुख्य फोकस उन सेक्टरों पर रहा जो मध्यप्रदेश के औद्योगिक और आर्थिक भविष्य के लिए महत्वपूर्ण हैं। इसमें नवीकरणीय ऊर्जा, आईटी, व्हाइट गुड्स, खाद्य प्रसंस्करण, टेक्सटाइल, फार्मा, पर्यटन, फिल्म पर्यटन और लॉजिस्टिक्स जैसे क्षेत्र शामिल थे।

विदेशी डिप्लोमेट्स के साथ राउंडटेबल मीटिंग

इंटरैक्टिव सेशन में दो राउंडटेबल मीटिंग आयोजित की गईं। पहली मीटिंग में विभिन्न देशों के राजनयिकों ने द्विपक्षीय व्यापार और विदेशी निवेश बढ़ाने के अवसरों पर चर्चा की। दूसरी मीटिंग नवीकरणीय ऊर्जा उपकरण निर्माताओं के लिए थी, जिसमें उन्हें नर्मदापुरम में स्थित ‘मैन्युफैक्चरिंग जोन फॉर पावर एंड रिन्यूएबल एनर्जी इक्विपमेंट फेज-2’ में निवेश के लिए विशेष आमंत्रण दिया गया।

वन-टू-वन मीटिंग में निवेशकों ने दिखाई रुचि

सीएम डॉ. मोहन यादव ने 20 से अधिक प्रमुख उद्योगपतियों और निवेशकों के साथ वन-टू-वन बैठक की। इस दौरान टेक्सटाइल, ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक्स, नवीकरणीय ऊर्जा, फार्मास्यूटिकल्स और कॉस्मेटिक्स जैसे क्षेत्रों के प्रतिष्ठित समूहों ने विशेष रुचि दिखाई। मुख्यमंत्री ने उन्हें प्रदेश में निवेश के लिए सभी सुविधाएं देने का भरोसा दिया।

नर्मदापुरम मैन्युफैक्चरिंग जोन फेज-2 में निवेश का अवसर

मुख्यमंत्री ने बताया कि मुंबई सत्र का मुख्य उद्देश्य नर्मदापुरम स्थित भारत के पहले अत्याधुनिक ‘मैन्युफैक्चरिंग जोन फॉर पावर एंड रिन्यूएबल एनर्जी इक्विपमेंट’ के फेज-2 में निवेश आकर्षित करना था। इस जोन में जमीन आवंटन के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि 12 अक्टूबर है। इससे निवेशकों को अवसर का लाभ उठाने के लिए स्पष्ट दिशा मिली।

विशेष अतिथि और उद्योगपतियों की उपस्थिति

कार्यक्रम में सन फार्मा के अध्यक्ष दिलीप सांघवी, सीआईआई के अध्यक्ष नील सी. रहेजा, ईसीजीसी के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक सृष्टिराज अंबष्ठा, हिंडाल्को के एमडी सतीश पाई, हेत्तिच के एमडी आंद्रे एकहोल्ट, आईपीसीए लैब्स के एमडी अजीत कुमार जैन और एफआईईओ के उपाध्यक्ष रविकांत कपूर भी मौजूद रहे।