लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश सरकार मिशन शक्ति 5.0 के तहत 3 से 11 अक्टूबर तक अंतरराष्ट्रीय बालिका सप्ताह का आयोजन करेगी। इस अवधि में बालिकाओं के अधिकार, शिक्षा, स्वास्थ्य और सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से विविध कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। 11 अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर यह पूरा सप्ताह बालिकाओं की सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन को समर्पित होगा। मिशन शक्ति 5.0 के अंतर्गत महिला एवं बाल विकास विभाग ने 22 सितंबर से 1 अक्टूबर के बीच आयोजित कार्यक्रमों के जरिए अब तक 13,04,784 लोगों तक पहुँच बनाकर नारी शक्ति को नई ऊर्जा दी है।
महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा अंतरराष्ट्रीय बालिका सप्ताह की शुरुआत 3 अक्टूबर को ‘ड्राइविंग माय ड्रीम्स’ कार्यक्रम से की जाएगी। इस पहल के अंतर्गत प्रत्येक जनपद में कम से कम 100 बालिकाओं और महिलाओं को ड्राइविंग का प्रशिक्षण दिया जाएगा। एक माह चलने वाला यह कोर्स विशेष रूप से ग्रामीण और दूरदराज़ की बेटियों को आत्मनिर्भर बनाने और उनके लिए नए अवसर खोलने पर केंद्रित होगा।
4 अक्टूबर को ‘पर्सनल सेफ्टी अवेयरनेस’ कार्यक्रम के तहत बालिकाओं को आत्मरक्षा और आपात परिस्थितियों में सुरक्षित रहने के उपाय सिखाए जाएंगे। वहीं, 6 अक्टूबर को बाल देखरेख संस्थानों में ‘सेल्फ डिफेंस वर्कशॉप’ आयोजित की जाएगी, जिसमें बालिकाओं को व्यावहारिक सुरक्षा कौशल प्रदान किए जाएंगे।
एक दिन की जिलाधिकारी बनेंगी बालिकाएं, संभालेंगी जिले की कमान
- 7 अक्टूबर को ‘एक दिन की जिलाधिकारी’ पहल के तहत चुनी गई बालिकाएं प्रशासनिक कार्यप्रणाली को समझेंगी और अपनी नेतृत्व क्षमता को निखारेंगी।
- 8 अक्टूबर को ब्लॉक स्तर पर आयोजित ‘कन्या जन्मोत्सव’ में सरकारी अस्पतालों में जन्मी बालिकाओं और उनकी माताओं को सम्मानित किया जाएगा, साथ ही वृक्षारोपण कार्यक्रम के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया जाएगा।
- 9 अक्टूबर को ‘बाल विवाह को न’ अभियान के अंतर्गत रोके गए बाल विवाहों की पीड़ित बालिकाओं को सम्मान प्रदान किया जाएगा।
- 10 अक्टूबर को ‘व्यक्तिगत स्वच्छता संवाद’ कार्यक्रम में किशोरियों को मासिक धर्म के दौरान स्वच्छता और सैनिटरी पैड के सही उपयोग के बारे में जानकारी दी जाएगी।
‘शक्ति संवाद’ के साथ बालिका सप्ताह का समापन
सप्ताह का समापन 11 अक्टूबर को आयोजित होने वाले ‘शक्ति संवाद’ कार्यक्रम से होगा। इसमें मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना (कोविड एवं सामान्य) समेत अन्य योजनाओं से लाभान्वित बालिकाओं और महिलाओं को जिलाधिकारी तथा संबंधित अधिकारियों के साथ सीधे संवाद का अवसर मिलेगा। इस दौरान वे अपनी चुनौतियाँ साझा करेंगी और उन्हें दूर करने के लिए आवश्यक सहयोग व समाधान उपलब्ध कराया जाएगा।