स्कूली छात्रों के लिए अक्टूबर 2025 का महीना बेहद खास होने वाला है। इस पूरे महीने में एक के बाद एक बड़े त्यौहार पड़ रहे हैं, जिसके चलते छात्रों को पढ़ाई से लंबा ब्रेक मिलने वाला है। दुर्गा पूजा, दशहरा के बाद दिवाली, भाई दूज और छठ पूजा जैसे त्योहारों के साथ ही रविवार और शनिवार की छुट्टियों को जोड़ लें, तो बच्चों के लिए यह महीना खुशियों से भरा नजर आ रहा है।
शुरुआत होगी दुर्गा पूजा और दशहरे से
अक्टूबर की शुरुआत ही त्योहारों की छुट्टियों से होगी। 1 अक्टूबर से 5 अक्टूबर तक दुर्गा अष्टमी, नवमी और दशहरे के चलते अधिकांश स्कूलों में अवकाश रहेगा। कई जगह तो 6 अक्टूबर तक भी स्कूल बंद रहने की संभावना है। त्योहार के दौरान बच्चे न केवल आराम करेंगे बल्कि घर और समाज में होने वाले सांस्कृतिक आयोजनों में भी हिस्सा लेंगे।
महर्षि वाल्मीकि जयंती पर छुट्टी और आयोजन
7 अक्टूबर को महर्षि वाल्मीकि जयंती के अवसर पर प्रदेशभर के सरकारी स्कूलों में राजकीय अवकाश रहेगा। इस दिन कई शहरों और कस्बों में शोभा यात्राएं और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। छात्रों को छुट्टी के साथ-साथ इस अवसर पर महर्षि वाल्मीकि के जीवन और उनके योगदान के बारे में जानने का मौका भी मिलेगा।
दिवाली और उससे जुड़े पर्वों की धूम
18 अक्टूबर से लेकर 23 अक्टूबर तक का समय छात्रों के लिए त्योहारी रंग में डूबा रहेगा। 18 अक्टूबर को धनतेरस के दिन स्कूल बंद रहेंगे, इसके अगले दिन रविवार का अवकाश होगा। 20 अक्टूबर को दीपावली के अवसर पर सभी स्कूल बंद रहेंगे और बच्चे अपने परिवार के साथ दीपोत्सव की खुशियां मनाएंगे। इसके बाद 21 अक्टूबर को गोवर्धन पूजा और 22 अक्टूबर को भाई दूज के कारण भी अवकाश रहेगा। वहीं, 23 अक्टूबर को छत्रपति शिवाजी जयंती कुछ जिलों में राजकीय अवकाश के रूप में मनाई जाएगी।
वीकेंड और छठ पर्व से मिलेगी लंबी छुट्टियां
अक्टूबर के अंतिम सप्ताह में भी छुट्टियों का सिलसिला थमता नहीं है। 25 अक्टूबर को चौथा शनिवार और 26 अक्टूबर को रविवार का अवकाश रहेगा। इसके बाद 27 और 28 अक्टूबर को छठ पर्व की छुट्टियां मिलेंगी, जिसमें बच्चे अपने परिवार के साथ इस लोकपर्व का आनंद ले सकेंगे।
कुल 15 से 17 दिन बंद रहेंगे स्कूल
अगर सभी त्योहारों, शनिवार और रविवार की छुट्टियों को जोड़कर देखा जाए, तो अक्टूबर 2025 में स्कूल लगभग 15 से 17 दिन तक बंद रहेंगे। यह छात्रों के लिए एक लंबा ब्रेक साबित होगा, जिसमें वे आराम कर सकते हैं, पढ़ाई के अतिरिक्त समय निकाल सकते हैं और सबसे खास बात यह कि अपने परिजनों और दोस्तों के साथ त्योहारों की रौनक का पूरा आनंद उठा सकते हैं।