अगले 24 घंटों में इन 18 जिलों में होगी मूसलाधार बारिश, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट

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By Raj RathorePublished On: September 30, 2025

मध्यप्रदेश में मौसम का मिजाज फिलहाल पूरी तरह बदला हुआ है। मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले चार दिनों तक प्रदेश में हल्की बारिश के साथ तेज हवाएँ चलने का सिलसिला जारी रहेगा। दशहरे के दिन भी कई जिलों में बादल छाए रह सकते हैं और बूंदाबांदी की संभावना है। खासतौर पर प्रदेश के दक्षिणी और पूर्वी हिस्सों में इसका ज्यादा असर देखने को मिलेगा। विभाग ने लोगों से इन इलाकों में सतर्कता बरतने की सलाह दी है।

1 अक्टूबर से एक्टिव होगा नया सिस्टम


मौसम विभाग के अनुसार, 1 अक्टूबर से प्रदेश में एक नया वेदर सिस्टम सक्रिय हो रहा है। इसके असर से दशहरे के दिन भी हल्की बारिश की संभावना बनी रहेगी। फिलहाल अलर्ट सिर्फ हल्की बारिश का है, लेकिन पांचवें दिन से बारिश की रफ्तार तेज हो सकती है और कुछ जिलों में जोरदार बरसात के हालात भी बन सकते हैं। सोमवार को भी प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश दर्ज की गई। ग्वालियर में भले ही मानसून की विदाई हो चुकी है, लेकिन यहां सोमवार को 9 घंटे में सवा इंच पानी गिरा। इसके अलावा भोपाल, दतिया, खरगोन, बड़वानी, नर्मदापुरम, मंडला और सागर में भी हल्की बारिश हुई।

12 जिलों से मानसून विदा, बाकी में सक्रिय

इस बार मानसून की विदाई की प्रक्रिया धीमी रही है। अब तक प्रदेश के 12 जिलों से ही मानसून विदा हुआ है। इनमें ग्वालियर, श्योपुर, मुरैना, भिंड, दतिया, शिवपुरी, गुना, आगर-मालवा, नीमच, मंदसौर और रतलाम शामिल हैं। राजगढ़ और अशोकनगर के कुछ हिस्सों से भी मानसून लौट चुका है। आमतौर पर 6 अक्टूबर तक पूरे प्रदेश से मानसून की वापसी हो जाती है, लेकिन नए सिस्टम के बनने से इस बार इसकी विदाई में और देरी हो सकती है। मौसम वैज्ञानिकों का मानना है कि फिलहाल परिस्थितियां मानसून की पूरी तरह वापसी के अनुकूल नहीं हैं।

औसत से ज्यादा हुई बारिश, कई जिलों में रिकॉर्ड

प्रदेश में इस बार बारिश का आंकड़ा उम्मीद से कहीं ज्यादा निकला है। अब तक औसतन 45.1 इंच पानी गिर चुका है, जबकि सामान्य तौर पर 37.3 इंच ही होना चाहिए था। यानी 7.8 इंच अतिरिक्त बारिश हो चुकी है। इस बार सबसे ज्यादा पानी गुना जिले में बरसा है, जहां 65.6 इंच बारिश दर्ज की गई है। वहीं, मंडला और रायसेन जिलों में भी 62 इंच से अधिक बारिश हुई है। श्योपुर और अशोकनगर में भी 56 इंच से ज्यादा पानी गिर चुका है।

कम बारिश वाले जिले भी बने चर्चा का विषय

जहां कुछ जिलों में रिकॉर्ड बारिश हुई है, वहीं कई जगहें ऐसी भी हैं जहां पानी की कमी महसूस हुई है। शाजापुर, खरगोन, खंडवा, बड़वानी और धार को इस सीजन में सबसे कम बारिश वाले जिलों की श्रेणी में रखा गया है। शाजापुर में सिर्फ 28.9 इंच, खरगोन में 29.6 इंच, खंडवा में 32 इंच, बड़वानी में 33.5 इंच और धार में 33.6 इंच बारिश दर्ज की गई।