बहराइच जिले का दौरा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हाल के दिनों में भेड़ियों द्वारा गांवों में घुसकर लोगों पर हमलों की घटनाएं बढ़ गई हैं, इसलिए जनता की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिन ग्रामीण परिवारों के पास अभी तक पक्के मकान नहीं हैं, उन्हें जल्द आवास उपलब्ध कराया जाए। साथ ही, जिन घरों में दरवाजे नहीं लगे हैं, वहां दरवाजे लगाने और शौचालय निर्माण कार्य को शीघ्र पूरा करने के भी आदेश दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री ने लोगों से आग्रह किया कि वे वन विभाग और प्रशासन के साथ सहयोग करें, ताकि भेड़ियों से जुड़ी सही जानकारी जुटाकर ग्रामीण क्षेत्रों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। इस अवसर पर कैसरगंज सांसद करण भूषण सिंह, बहराइच सांसद डॉ. आनंद गोंड, विधान परिषद सदस्य डॉ. प्रज्ञा त्रिपाठी, पद्मसेन चौधरी, जिला पंचायत अध्यक्ष मंजू सिंह, महसी विधायक सुरेश्वर सिंह, पयागपुर विधायक सुभाष त्रिपाठी, बलहा विधायक सरोज सोनकर, नानपारा विधायक राम निवास जायसवाल, भाजपा जिलाध्यक्ष बृजेश पांडेय, पूर्व मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा, जिलाधिकारी अक्षय त्रिपाठी और पुलिस अधीक्षक राम नयन सिंह उपस्थित रहे।
सरकार ने घोषणा की है कि भेड़ियों के हमलों में अपनी जान गंवाने वाले बच्चों के परिवारों को प्रत्येक परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी। मृतकों में परागपुर की 4 वर्षीय ज्योति, भौंरी के बहोरवा गांव की 4 माह की संध्या, गंदूझाला का 3 वर्षीय अंकेश और मझारा तौकली की 2 वर्षीय सोनी शामिल हैं।