दशहरे पर घर में क्यों लगाना चाहिए शमी का पौधा? जानें इसके महत्व और फायदे

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By Swati BisenPublished On: September 29, 2025
Dussehra 2025

Dussehra 2025: दशहरा का पर्व पूरे भारत में बुराई पर अच्छाई की जीत और नई शुरुआत का प्रतीक माना जाता है। इस दिन रावण दहन और रामलीला के अलावा एक खास परंपरा भी निभाई जाती है। शमी पौधे की पूजा करना और इसे घर में लगाना। माना जाता है कि दशहरे पर यह पौधा लगाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है, आर्थिक परेशानियां कम होती हैं और जीवन में सफलता के नए अवसर खुलते हैं।

पौराणिक महत्व


रामायण में बताया गया है कि भगवान राम ने रावण से युद्ध से पहले शमी के वृक्ष के सामने झुककर विजय की कामना की थी। इसी कारण दशहरे पर इसकी पूजा को शक्ति और विजय का प्रतीक माना जाता है। महाभारत में भी इसका उल्लेख मिलता है। पांडवों ने वनवास के दौरान अपने दिव्य अस्त्र इसी वृक्ष में छिपाए थे और बाद में इन्हीं अस्त्रों की मदद से युद्ध में सफलता पाई। इसलिए यह पौधा साहस, सफलता और विजय का प्रतीक भी है।

शमी पौधे लगाने के फायदे

सकारात्मक ऊर्जा और मानसिक शांति

घर में शमी पौधा लगाने से वातावरण स्वच्छ और सकारात्मक बनता है। यह नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है और मन को शांत रखता है। दशहरे के दिन इसे लगाने से घर में खुशहाली और शांति बनी रहती है।

आर्थिक समृद्धि और सौभाग्य

वास्तु शास्त्र के अनुसार, शमी पौधा धन और सौभाग्य लाने वाला होता है। इसे घर या ऑफिस के पश्चिम या दक्षिण दिशा में लगाने से आर्थिक समस्याएं कम होती हैं और नए अवसर खुलते हैं।

विजय और सुरक्षा का प्रतीक

दशहरा विजय का पर्व है और शमी को विजय का प्रतीक माना जाता है। घर के मुख्य द्वार के पास इसे लगाने से नकारात्मक ऊर्जा बाहर रहती है और आत्मविश्वास बढ़ता है।

पर्यावरण के लिए फायदेमंद

शमी पौधा सूखी जमीन में भी आसानी से उगता है, मिट्टी की उर्वरता बढ़ाता है और मिट्टी के कटाव को रोकता है। छोटे जीव-जंतुओं और पक्षियों को आश्रय प्रदान करता है।

औषधीय उपयोग

इस पौधे की पत्तियां और छाल आयुर्वेद में उपयोगी हैं। यह सूजन, घाव और पाचन संबंधी समस्याओं में लाभकारी मानी जाती है। इसके फल भी खाने योग्य और स्वास्थ्यवर्धक हैं।

पौधे की देखभाल

  • इसे धूप वाली जगह पर लगाएं।
  • मिट्टी अच्छी तरह निथरी हुई हो।
  • शुरुआती दिनों में नियमित पानी दें।
  • समय-समय पर सूखी शाखाएं काटें।

पूजा विधि

दशहरे के दिन सुबह या रावण दहन से पहले इसकी पत्तियों पर हल्दी-कुमकुम और चावल चढ़ाकर दीपक जलाएं। बाद में इसे घर में मंदिर या तिजोरी में रखें ताकि घर में धन, खुशहाली और समृद्धि बनी रहे।

दशहरे पर शमी पौधा लगाना सिर्फ धार्मिक रिवाज नहीं है, बल्कि यह जीवन में सकारात्मकता, सफलता और समृद्धि का प्रतीक भी है। यह हमें याद दिलाता है कि सच्ची विजय केवल बाहरी बुराइयों पर नहीं, बल्कि हमारे अंदर की बुराइयों पर भी होती है।

Disclaimer : यहां दी गई सारी जानकारी केवल सामान्य सूचना पर आधारित है। किसी भी सूचना के सत्य और सटीक होने का दावा Ghamasan.com नहीं करता।