October Ekadashi Vrat 2025 : हिंदू पंचांग के अनुसार हर महीने में दो एकादशी तिथि आती है। एकादशी भगवान विष्णु को समर्पित माना गया है। मान्यता है कि श्रद्धा से एकादशी का व्रत रखने वाले के जीवन में सुख और समृद्धि, शांति और मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है।
अक्टूबर महीने में भी दो एकादशी पड़ रही है। अक्टूबर महीने की पहली एकादशी को पापकुंशा एकादशी और दूसरी एकादशी को रमा एकादशी कहा गया है।
पापकुंशा एकादशी का मुहूर्त
पापकुंशा एकादशी की शुरुआत 2 अक्टूबर रात 7:09 से होगी जबकि एकादशी की समापन तिथि 3 अक्टूबर शाम 6:32 रहने वाली है। ऐसे में व्रत की तिथि 3 अक्टूबर उदया तिथि के अनुसार मानी जाएगी। वहीं इसका पारण 4 अक्टूबर को होगा।
पापकुंशा एकादशी क्यों है जरूरी ?
मान्यता है कि इस व्रत को करने से व्यक्ति को अनजाने में हुए पापों से मुक्ति मिलती है। साथ ही जीवन में शांति-सौभाग्य और नरक से मुक्ति की प्राप्ति होती है।
कब है रमा एकादशी का मुहूर्त
रमा एकादशी की शुरुआत 16 अक्टूबर को सुबह 10:30 बजे से होने वाली है। वही एकादशी का समापन 17 अक्टूबर को रात से 11:12 पर होगा। व्रत की तिथि 16 अक्टूबर उदया तिथि के अनुसार मानी जाएगी।
क्यों ख़ास है रमा एकादशी
ऐसे में रमा एकादशी का व्रत आर्थिक व्यय से मुक्ति दिलाने वाला है। माना जा रहा है इसे करने से धन-धान्य की प्राप्ति होती है और मोक्ष के मार्ग खुलते हैं।
भगवान विष्णु माता लक्ष्मी की विशेष कृपा के लिए एकादशी का व्रत करना चाहिए। एकादशी करने से परिवार में सुख समृद्धि बनी रहती है। मन की शांति और आध्यात्मिक उन्नति के लिए एकादशी व्रत को शुभ माना गया है।