Mahalakshmi Rajyog : ज्योतिष शास्त्र में चंद्रमा को मन और भावनाओं का कारक माना गया है। यह सबसे तेजी से चलने वाले ग्रह हैं और हर ढाई दिन में अपनी स्थिति बदल लेते हैं। इसी गति से वह अन्य ग्रहों के साथ मिलकर शुभ योग और राजयोग का निर्माण करते हैं।
आज 24 सितंबर को चंद्रमा तुला राशि में प्रवेश करते हैं। वहां पहले से ही साहस और पराक्रम के कारक मंगल तुला राशि में विराजमान है। ऐसे में मंगल और चंद्रमा की युति से दुर्लभ राजयोग का निर्माण हो रहा है। यह योग 26 सितंबर तक प्रभावी रहेगा।
ऐसे में दो दिनों तक कई राशियों के जीवन में अनुकूल बदलाव होंगे। इसके बाद चंद्रमा वृश्चिक राशि में प्रवेश कर जाएंगे। ज्योतिष के अनुसार महालक्ष्मी राजयोग को शुभ और कल्याणकारी माना गया है। यह योग जातकों को धन समृद्धि और समाज में मान-सम्मान प्रदान करता है।
कब बनता है महालक्ष्मी राजयोग
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब जन्म कुंडली में मंगल और चंद्रमा एक साथ आते हैं तो महालक्ष्मी योग बनता है। यदि यह योग द्वितीय, नवम, दशम और एकादश भाव में हो तो अपार धन और सुख संपत्ति की प्राप्ति होती है। यह योग जीवन में ऐश्वर्य, सुख समृद्धि और मानसिक शांति को लेकर आता है।
तीन राशियों को मिलेगा लाभ
तुला राशि को करियर में बड़ी सफलता मिलेगी। विवाह के नए प्रस्ताव मिल सकते हैं। व्यापार में अप्रत्याशित लाभ होगा। आकस्मिक धन लाभ के योग हैं। वैवाहिक जीवन अच्छा रहेगा।
कन्या राशि के भाग्य का भरपूर साथ मिलेगा। रुका हुआ धन वापस मिल सकता है।आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। नौकरी करने वाले लोगों को प्रमोशन मिल सकते हैं। विवाह और प्रेम जीवन में शुभ समाचार कि प्राप्ति होगी। वाणी के प्रभाव से कार्य क्षेत्र में सम्मान बढ़ेगा।
कर्क राशि के लिए यह समय बेहद शुभ है। संपत्ति प्रॉपर्टी और रियल स्टेट में लाभ होगा। माता-पिता और ससुराल पक्ष का सहयोग मिलेगा। मानसिक शांति मिलेगी। समाज में नई पहचान मिल सकती है।प्रतिष्ठा की प्राप्ति होगी। भौतिक सुख सुविधा में वृद्धि होगी। धन संबंधित मामलों में सुधार होगा।
Note : यह आलेख ज्योतिषीय गणना और ज्योतिष जानकारी पर आधारित है। हम इसकी पुष्टि नहीं करते हैं।