Rajyog : ज्योतिष शास्त्र अनुसार देवगुरु बृहस्पति को विशेष महत्व दिया जाता है। गुरु हर 13 माह में राशि बदलते हैं। इसके साथ ही उनकी राशि में प्रवेश करते हैं तो विशेष योग का निर्माण करते हैं।
वर्तमान में बृहस्पति मिथुन राशि में विराजमान है। 18 अक्टूबर को अपनी उच्च की राशि में प्रवेश करेंगे। इस बदलाव से वो केंद्र त्रिकोण राजयोग का निर्माण होगा। यह संयोग बेहद शुभ और शक्तिशाली माना जा रहा है। जीवन में सकारात्मक परिवर्तन ला सकते हैं।
केंद्र त्रिकोण राजयोग का राशियों पर प्रभाव
मीन राशि के लिए राजयोग बेहद शुभ है। आय के नए साधन करेंगे। संतान पक्ष से शुभ समाचार मिलेगा। लव लाइफ में सम्मान मिलेगा। नौकरी पेशा में प्रमोशन या नए अवसर मिलेंगे। बेरोजगारों को रोजगार की संभावना है। अटके काम पूरे होंगे। विवाहितों को संतान सुख की प्राप्ति होगी।
मिथुन राशि के लिए आकस्मिक धन लाभ के योग है। छात्रों के लिए अनुकूल समय है। समाज में नई पहचान बनेगी। नौकरी में अवसर मिलेंगे। विवाहितों के वैवाहिक जीवन सुखमय रहेगा। कारोबार और व्यापार में तरक्की होगी। भाग्य का भरपूर साथ मिलेगा।
कर्क राशि को हर क्षेत्र में सफलता मिलेगी। आकर्षण बढ़ेगा। पदोन्नति और करियर ग्रोथ के योग हैं। कोर्ट कचहरी मामले में जीत हो सकती है। विवाहित जीवन सुखमय रहेगा। विवाह के नए प्रस्ताव मिल सकते हैं। सम्मान और प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी।
कब बनता है यह राजयोग
ज्योति शास्त्र के अनुसार जब केंद्र भाव 4 7 10 और त्रिकोण भाव 1, 5, 9 के स्वामी आपस में युति, दृष्टि या राशि परिवर्तन करते हैं, तब राजयोग का निर्माण होता है। यह राजयोग धन, समृद्धि और मान सम्मान प्रदान करते हैं।
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