मध्यप्रदेश में इस समय चार अलग-अलग स्थानों पर बनी मौसम प्रणालियों का प्रभाव देखने को मिल रहा है। इनकी वजह से बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से लगातार नमी आ रही है। यही नमी प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में वर्षा का कारण बन रही है। गुरुवार को सुबह 8:30 बजे से शाम 5:30 बजे तक कई जिलों में वर्षा दर्ज की गई। इस दौरान खजुराहो में 27 मिमी, ग्वालियर में 14 मिमी, टीकमगढ़ में 9 मिमी, श्योपुर में 7 मिमी, जबलपुर में 6 मिमी, उमरिया में 5 मिमी और इंदौर में 1 मिमी पानी गिरा।
ऊपरी हवा में बने चक्रवात का असर
मौसम वैज्ञानिकों ने बताया है कि वर्तमान में पूर्वी बिहार और उसके आसपास ऊपरी हवा के स्तर पर चक्रवात सक्रिय है। इसके साथ ही मराठवाड़ा क्षेत्र पर भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। इन दोनों चक्रवातों से लेकर दक्षिणी उत्तर प्रदेश तक एक द्रोणिका (ट्रफ लाइन) बनी हुई है। यही वजह है कि प्रदेश में लगातार बादल छा रहे हैं और कई जगह बारिश हो रही है।
द्रोणिका से बढ़ रही नमी और वर्षा की संभावना
इसके अलावा मध्यप्रदेश के मध्य भाग से लेकर बंगाल की खाड़ी तक एक और द्रोणिका बनी हुई है। यह द्रोणिका विदर्भ, तेलंगाना और तटीय आंध्रप्रदेश होते हुए बंगाल की खाड़ी तक फैली है। इस प्रणाली से भी बड़ी मात्रा में नमी खिंचकर प्रदेश में प्रवेश कर रही है। मौसम विशेषज्ञ अजय शुक्ला के मुताबिक अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से लगातार आ रही नमी ही इन दिनों वर्षा का सबसे बड़ा कारण है।
किन जिलों में हो सकती है बारिश
मौसम विभाग ने शुक्रवार को भोपाल, नर्मदापुरम, जबलपुर और इंदौर संभाग के जिलों में हल्की से मध्यम वर्षा की संभावना जताई है। भोपाल संभाग: भोपाल, रायसेन, सीहोर, राजगढ़ और विदिशा में बारिश के आसार हैं। नर्मदापुरम संभाग: नर्मदापुरम (होशंगाबाद), हरदा और बैतूल जिलों में वर्षा की संभावना है। जबलपुर संभाग: जबलपुर, कटनी, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, डिंडौरी और बालाघाट जिलों में वर्षा हो सकती है। इंदौर संभाग: इंदौर, धार, झाबुआ, अलीराजपुर, खरगोन, बड़वानी, खंडवा और बुरहानपुर जिले बारिश से प्रभावित हो सकते हैं।