उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को बस्ती के बसहवा में विद्या भारती के नए स्कूल भवन का भूमि पूजन और शिलान्यास किया। इस दौरान उन्होंने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि इंटरनेट, सूचना प्रौद्योगिकी और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आज के युग की सबसे बड़ी ताकत हैं, जिनका सही उपयोग कर लोग अभूतपूर्व उपलब्धियाँ हासिल कर रहे हैं। लेकिन, इसके दुरुपयोग से गंभीर चुनौतियाँ भी खड़ी हो रही हैं।
सीएम योगी ने कहा कि जो लोग भारत की प्रगति नहीं देखना चाहते, वे देश को कमजोर करने के लिए तरह-तरह की साजिशें रचते हैं। आज का दौर सोशल मीडिया का है, जिसका इस्तेमाल रचनात्मक कार्यों में भी किया जा सकता है और दुरुपयोग से नकारात्मक माहौल भी बनाया जा सकता है। उन्होंने चेताया कि इन प्लेटफॉर्म्स पर अक्सर समाज में भ्रम फैलाने, जातीय तनाव बढ़ाने और फेक अकाउंट्स के जरिए लोगों को गाली-गलौज कर एक-दूसरे के खिलाफ भड़काने जैसी घृणित कोशिशें की जाती हैं।
सदुपयोग से शक्ति, दुरुपयोग से समस्या
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इन प्लेटफॉर्म्स का इस्तेमाल गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए किया जा सकता है और कोविड काल में इसके कई उदाहरण देखने को मिले। उन्होंने कहा कि तकनीक का एक पहलू सकारात्मक है, वहीं इसका दुरुपयोग भी बड़ी समस्या है। टेक्नोलॉजी हमारे लिए तभी सार्थक है जब हम इसे सही दिशा में और अपने हित में उपयोग कर सकें।
साइबर क्राइम और एआई के खतरों पर चेतावनी
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमें टेक्नोलॉजी को अपने, समाज और राष्ट्र के हित में ढालना चाहिए। इसका उपयोग हमें नियंत्रित करना है, न कि इसके गुलाम बनना है। उन्होंने युवाओं को साइबर क्राइम और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से जुड़ी चुनौतियों और खतरों के प्रति भी सतर्क किया।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि यह नीति नए भारत के निर्माण की मजबूत नींव है। इसके प्रभावी क्रियान्वयन में शिक्षा, परंपरा और टेक्नोलॉजी तीनों का समन्वय है। आज तकनीक ने ऐसे अनेक कीर्तिमान स्थापित किए हैं, जिनसे व्यक्ति घर बैठे दुनिया भर की उपलब्धियों से अवगत हो सकता है। यदि कोई शिक्षक किसी विषय या अध्याय पर गुणवत्तापूर्ण सामग्री तैयार करता है, तो उसे एक साथ देशभर के शैक्षणिक संस्थानों में साझा किया जा सकता है।
टेक्नोलॉजी ने जीवन को सरल अवश्य बनाया है, लेकिन उसका नियंत्रण हमारे हाथों में होना चाहिए, न कि हम उसके अधीन हो जाएं। इसके प्रति सतर्क रहना आवश्यक है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की तेज़ी से बढ़ती प्रगति का उल्लेख करते हुए सीएम योगी ने कहा कि इसका दुरुपयोग भी बड़े पैमाने पर देखने को मिल रहा है।