अगले 24 घंटों में इन 15 जिलों में होगी मूसलाधार बारिश, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट

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By Raj RathorePublished On: September 8, 2025

मध्यप्रदेश में पिछले कई दिनों से सक्रिय रहे स्ट्रांग सिस्टम के चलते हो रही तेज बारिश का सिलसिला रविवार को थम गया। राज्य के किसी भी जिले में भारी वर्षा दर्ज नहीं की गई। हालांकि कुछ क्षेत्रों में नदियाँ और नाले उफान पर बने रहे, लेकिन बाढ़ जैसी स्थिति का खतरा अब कम हो गया है। मौसम विभाग का कहना है कि सोमवार को भी लगभग ऐसा ही मौसम रहने की संभावना है और कहीं भी भारी बारिश का अलर्ट नहीं जारी किया गया है।


बारिश थमने की वजह

मौसम विभाग के वैज्ञानिक के अनुसार, रविवार को प्रदेश में केवल कुछ चुनिंदा जिलों में हल्की फुहारें पड़ीं। फिलहाल कोई बड़ा सिस्टम सक्रिय नहीं है, इस कारण भारी बारिश का दौर थम गया है। हालांकि उत्तरी गुजरात और दक्षिण-पश्चिम राजस्थान के ऊपर एक लो-प्रेशर एरिया बन रहा है, जो अगले 48 घंटों में और आगे बढ़ेगा। जैसे ही यह सिस्टम मध्यप्रदेश की ओर खिसकेगा, बारिश का नया दौर शुरू हो सकता है। इस हिसाब से, मंगलवार से प्रदेश के पूर्वी हिस्सों में फिर से तेज वर्षा देखने को मिल सकती है।

मानसून की एक्टिविटी की स्थिति

वैज्ञानिकों का कहना है कि अभी प्रदेश में मानसून के साथ-साथ दो अन्य ट्रफ लाइनें भी सक्रिय हैं, लेकिन उनकी तीव्रता अधिक नहीं है। यही वजह है कि बारिश की रफ्तार फिलहाल धीमी हो गई है। जैसे ही नया सिस्टम ताकतवर होगा, बारिश की गति फिर से बढ़ेगी। इस प्रकार यह स्पष्ट है कि मौजूदा राहत अस्थायी है और जल्दी ही तेज बारिश लौट सकती है।

अब तक की बरसात का आंकड़ा

मौसम विभाग के रिकार्ड के अनुसार, इस मानसून सीजन में प्रदेश में अब तक औसतन 41.2 इंच पानी गिर चुका है, जबकि सामान्य तौर पर इस अवधि में केवल 33.1 इंच वर्षा होना चाहिए थी। यानी औसत से लगभग 8.1 इंच अधिक बारिश हो चुकी है। सामान्यत: मध्यप्रदेश में पूरे सीजन की औसत बारिश 37 इंच मानी जाती है, जिसे इस बार पिछले सप्ताह ही पार कर लिया गया था। अब तक 4.2 इंच अतिरिक्त पानी गिर चुका है।

जिलेवार स्थिति

प्रदेश के 30 जिलों में इस सीजन की सामान्य बारिश का कोटा पूरा हो चुका है। इनमें भोपाल, राजगढ़, रायसेन, विदिशा, अलीराजपुर, बड़वानी, कटनी, नरसिंहपुर, सिवनी, मंडला, ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, दतिया, पन्ना, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, रतलाम, मंदसौर, नीमच, आगर-मालवा, भिंड, मुरैना, श्योपुर, सिंगरौली, सीधी, सतना और उमरिया शामिल हैं। इनमें कई जिलों में तो वर्षा का आंकड़ा औसत से डेढ़ गुना से भी ज्यादा पहुंच चुका है।

श्योपुर में रिकॉर्ड तोड़ बारिश

श्योपुर जिले में इस सीजन में अब तक औसतन से लगभग ढाई गुना अधिक पानी गिर चुका है। यहां की कुल वर्षा 213 प्रतिशत तक पहुंच चुकी है, जो सामान्य आंकड़ों से बहुत अधिक है। इसी तरह अन्य जिलों में भी बारिश का स्तर सामान्य से ऊपर बना हुआ है। इससे साफ है कि प्रदेश के कई हिस्सों में इस बार मानसून ने रिकॉर्ड तोड़ पानी बरसाया है।