मानसून का असर इस सीज़न में पूरे देश में देखने को मिला है। कभी बारिश थम गई तो कभी झमाझम बरसात ने लोगों को राहत दी। पिछले कुछ दिनों में मानसून की गति एक बार फिर तेज हुई है, जिससे कई राज्यों में मौसम का मिज़ाज बदल गया है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने ताज़ा बुलेटिन में अलर्ट जारी करते हुए कहा है कि 5 से 11 सितंबर तक देश के कई हिस्सों में मानसून का मजबूत सिस्टम सक्रिय रहेगा। इस दौरान भारी बारिश, गरज-चमक और तेज़ हवाओं का असर साफ तौर पर महसूस किया जाएगा।
उत्तर-पश्चिम भारत में भारी बारिश का अनुमान
मौसम विभाग के अनुसार उत्तर-पश्चिम भारत के बड़े हिस्सों पर मानसून का प्रभाव और गहरा सकता है। राजस्थान, दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर जैसे राज्यों में अगले एक सप्ताह तक बारिश का सिलसिला जारी रहने की संभावना है। इन क्षेत्रों में कहीं हल्की से मध्यम बारिश होगी तो कुछ जिलों में भारी बारिश का भी अनुमान है। साथ ही, तेज़ हवाएं और आंधी चलने की चेतावनी भी जारी की गई है, जिससे आमजन को सतर्क रहने की ज़रूरत है।
पूर्वी और मध्य भारत में बारिश का दौर
मानसून की सक्रियता पूर्वी और मध्य भारत में भी दिखेगी। मध्य प्रदेश, ओडिशा, झारखंड, बिहार, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, छत्तीसगढ़ और विदर्भ क्षेत्र में 5 से 11 सितंबर तक भारी बारिश की संभावना जताई गई है। इन इलाकों में लगातार बदलते मौसम के चलते कई जगहों पर हल्की बारिश और कई हिस्सों में जोरदार बारिश देखने को मिल सकती है। आंधी और बिजली गिरने का भी अलर्ट जारी किया गया है।
पश्चिम भारत में रुक-रुक कर बरसेंगे बादल
पश्चिम भारत में भी इस अवधि में मानसून का असर गहराएगा। महाराष्ट्र, गोवा, गुजरात-सौराष्ट्र और कोंकण इलाके में कई जिलों में अगले सात दिनों तक रुक-रुक कर भारी बारिश हो सकती है। मौसम विभाग ने यहां तेज़ हवाओं के साथ मध्यम से भारी बारिश का पूर्वानुमान जताया है। हालांकि, कुछ क्षेत्रों में हल्की बारिश के आसार भी रहेंगे। इस कारण लोगों को सावधानी बरतने और मौसम के अपडेट पर नज़र रखने की सलाह दी गई है।
दक्षिण भारत में भी सक्रिय रहेगा मानसून
मौसम विभाग ने दक्षिण भारत के राज्यों में भी बारिश के प्रबल आसार जताए हैं। तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश (तटीय और रायलसीमा), यनम और लक्षद्वीप में अगले सात दिनों तक बादल जमकर बरस सकते हैं। यहां कई जगहों पर भारी बारिश तो कुछ जिलों में मध्यम बारिश होने की संभावना है। तेज़ हवाओं और बिजली गिरने का भी खतरा बना रहेगा।
उत्तर-पूर्व भारत में झमाझम का सिलसिला
उत्तर-पूर्व भारत में मानसून का असर सबसे अधिक देखने को मिलेगा। मिजोरम, मणिपुर, त्रिपुरा, नागालैंड, अरुणाचल प्रदेश और मेघालय जैसे राज्यों में भारी से अति भारी बारिश का पूर्वानुमान है। मौसम विभाग के मुताबिक यहां लगातार तेज़ बारिश के चलते जनजीवन प्रभावित हो सकता है। वहीं, कुछ क्षेत्रों में धीमी लेकिन लगातार होने वाली बारिश से भी लोगों को परेशानी झेलनी पड़ सकती है।