प्रदेश में सरकार बनने के बाद से ही बिजली कंपनियों में भर्ती प्रक्रिया तेज़ी से चलाई जा रही है। लंबे इंतज़ार के बाद अब चयनित उम्मीदवारों को नियुक्ति पत्र सौंपे जाने की तैयारी पूरी हो चुकी है। इस कड़ी में कुल 1060 नए कर्मचारियों को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव (CM Mohan Yadav) मंगलवार को भोपाल के रवीन्द्र भवन में आयोजित होने वाले राज्य स्तरीय समारोह में नियुक्ति पत्र प्रदान करेंगे। इससे बिजली कंपनियों में कामकाज की गति बढ़ेगी और तकनीकी सेवाओं की गुणवत्ता में भी सुधार होगा।
भर्ती प्रक्रिया आगे भी जारी रहेगी
ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने सोमवार को मंत्रालय में कार्यक्रम की तैयारियों का जायजा लिया और अधिकारियों के साथ विस्तृत बैठक की। उन्होंने कहा कि यह प्रक्रिया यहीं समाप्त नहीं होगी, बल्कि कंपनियों में भर्ती का सिलसिला लगातार जारी रहेगा। दरअसल, बिजली कंपनियों में कर्मचारियों की कमी लंबे समय से महसूस की जा रही थी। सरकार ने इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए न केवल मौजूदा रिक्तियों को भरा है, बल्कि भविष्य में भी भर्ती अभियान को गति देने की योजना बनाई है।
कैबिनेट ने दिए 50 हजार पदों को मंज़ूरी
ऊर्जा मंत्री ने बताया कि हाल ही में हुई कैबिनेट बैठक में नवीन संगठनात्मक संरचना को मंजूरी प्रदान की गई है। इस निर्णय के तहत बिजली कंपनियों में 50 हजार नए पद सृजित किए गए हैं। इसका सीधा फायदा युवाओं को मिलेगा क्योंकि आने वाले समय में बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे। इससे न केवल कंपनियों की कार्यक्षमता बढ़ेगी बल्कि ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति की स्थिति भी और मज़बूत हो सकेगी।
तकनीकी कर्मचारियों की संख्या होगी अधिक
सरकार ने स्पष्ट किया है कि नई नियुक्तियों में तकनीकी कर्मचारियों की संख्या को प्राथमिकता दी जाएगी। क्योंकि बिजली व्यवस्था की रीढ़ तकनीकी स्टाफ ही होता है। हालांकि इसके साथ ही गैर-तकनीकी और स्वास्थ्य से जुड़े पदों पर भी भर्तियां की गई हैं। ये सभी नियुक्तियां पारदर्शी तरीके से एमपी ऑनलाइन के माध्यम से की जा रही हैं। संकल्प-पत्र में किए गए वादों को धरातल पर उतारने की दिशा में सरकार का यह कदम युवाओं के लिए उम्मीद की किरण साबित होगा।
समारोह में परिजन भी होंगे शामिल
मुख्यमंत्री मोहन यादव द्वारा नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम को लेकर भोपाल में तैयारियां जोरों पर हैं। राज्य स्तरीय समारोह में नवनियुक्त कर्मचारियों के साथ-साथ उनके परिजनों को भी आमंत्रित किया गया है, ताकि वे इस गौरवपूर्ण क्षण के साक्षी बन सकें। सरकार का मानना है कि यह केवल युवाओं के जीवन का ही नहीं बल्कि उनके पूरे परिवार के भविष्य का भी एक नया अध्याय होगा।