पिछले पखवाड़े संघ प्रमुख डॉ. मोहन भागवत के एक दिवसीय प्रवास के बाद अब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के केंद्रीय पदाधिकारी भैयाजी जोशी मध्यप्रदेश दौरे पर हैं। वे इंदौर में संघ पदाधिकारियों के साथ बैठक करेंगे, जिसमें संघ के शताब्दी वर्ष पर राज्य के गांव-गांव में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की योजना तैयार की जाएगी। इससे पहले भैयाजी जोशी बैतूल में बैठक कर चुके हैं, जहां पंच परिवर्तन, शाखाओं के विस्तार और विभिन्न सेवा कार्यों पर विस्तार से चर्चा हुई।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अपने 100 वर्ष पूरे होने पर शताब्दी वर्ष मना रहा है, जिसकी शुरुआत इंदौर से की गई है। इस अवसर पर संघ ने मालवा प्रांत में अधिक से अधिक युवाओं और प्रोफेशनल्स को शाखाओं से जोड़ने का लक्ष्य तय किया है। शाखाओं की संख्या बढ़ाने के लिए युवाओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए समय में लचीलापन रखा गया है, जिससे सुबह से लेकर शाम तक किसी भी समय शाखा आयोजित की जा सकेगी। इसके साथ ही शताब्दी वर्ष के लिए गोष्ठियों और पंच परिवर्तन कार्यक्रमों का वार्षिक कैलेंडर भी तैयार किया गया है।
मालवा में शाखा की गतिविधियां
मालवा प्रांत में वर्तमान में 3,046 स्थानों पर कुल 4,636 शाखाएं सक्रिय रूप से संचालित की जा रही हैं। हाल ही में बैतूल में आयोजित सम्मेलन में संघ के सामाजिक एवं सेवा कार्यों पर भी विस्तार से चर्चा हुई, जिनमें शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा, स्वावलंबन और सामाजिक जागरूकता जैसे विषय प्रमुख रहे। पदाधिकारियों के अनुसार, पंच परिवर्तन अभियान के अंतर्गत स्वदेशी, पर्यावरण संरक्षण, नागरिक कर्तव्यों, सामाजिक समरसता और कुटुंब प्रबोधन से जुड़े कार्यक्रमों की श्रृंखला तैयार की गई है।
संगठन का ध्यान अब बड़े शहरों के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी नए स्वयंसेवकों को शाखाओं से जोड़ने पर है। इसके अतिरिक्त, सरकारी और निजी संस्थानों से सेवानिवृत्त हो रहे अधिकारियों एवं कर्मचारियों को भी संघ परिवार की गतिविधियों से जोड़े जाने पर विशेष जोर दिया जा रहा है, जिसके लिए सक्रिय संपर्क साधा जा रहा है।
गांव-गांव में शाखा विस्तार पर जोर
भैयाजी जोशी ने बैतूल में आयोजित बैठक में मध्य भारत प्रांत के प्रचारकों को संबोधित करते हुए प्रदेश के गांवों में शाखाओं का विस्तार करने और स्कूल-कॉलेज के छात्रों, आईटी क्षेत्र के युवाओं व विभिन्न पेशेवरों को संघ से जोड़ने की दिशा में कार्य करने के निर्देश दिए। बैठक में शहर के अलग-अलग इलाकों में पथ संचलन निकालने पर भी चर्चा हुई। साथ ही सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स के साथ संवाद कर युवाओं को नगर, मंडल और बस्तियों में अधिक सक्रिय बनाने का दायित्व सौंपा गया। गौरतलब है कि 2 अक्टूबर 2025, विजयदशमी के दिन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना के 100 वर्ष पूर्ण हो रहे हैं। इसी अवसर से शताब्दी वर्ष के कार्यक्रमों की शुरुआत होगी, जिसके अंतर्गत संघ हर गांव, हर बस्ती और हर घर तक पहुंच बनाने के साथ ही हिंदू सम्मेलनों का आयोजन भी करेगा।