मध्यप्रदेश में मानसून की रफ्तार एक बार फिर तेज हो गई है। मौसम विभाग के अनुसार, राज्य में अगले तीन दिनों तक अच्छी खासी बारिश होने की संभावना है। बंगाल की खाड़ी से नमी भरी हवाओं का लगातार प्रवेश और मानसून ट्रफ लाइन के सक्रिय रहने के साथ ही साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम भी सक्रिय हो गया है। इन परिस्थितियों के कारण पूरे प्रदेश में बादल छाए रहेंगे और कई हिस्सों में मध्यम से तेज वर्षा देखने को मिलेगी।
12 जिलों में भारी बारिश का येलो अलर्ट
मौसम विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि आज उज्जैन समेत कुल 12 जिलों में भारी बारिश के संकेत हैं। जिन जिलों में विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत है उनमें शिवपुरी, मुरैना, गुना, राजगढ़, शाजापुर, आगर-मालवा, उज्जैन, मंदसौर, रतलाम, झाबुआ और अलीराजपुर शामिल हैं। इन जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है, जिसका अर्थ है कि स्थानीय प्रशासन को सावधानी रखनी होगी और आम नागरिकों को भी सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
नीमच और मंदसौर में ऑरेंज अलर्ट
प्रदेश के नीमच और मंदसौर जिले सबसे अधिक प्रभावित हो सकते हैं। मौसम विभाग का अनुमान है कि आने वाले 24 घंटों में इन क्षेत्रों में अति भारी बारिश हो सकती है। इसे देखते हुए यहां ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है, जो कि येलो अलर्ट से अधिक गंभीर चेतावनी है। इस अलर्ट का अर्थ है कि यहां बारिश से जनजीवन प्रभावित हो सकता है। निचले इलाकों में जलभराव, खेतों में पानी भरने और छोटे पुल-पुलियों पर यातायात बाधित होने जैसी स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
अगले तीन दिन तक बरसेंगे बादल
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि आने वाले तीन दिनों तक मध्यप्रदेश के कई हिस्सों में मानसून सक्रिय रहेगा। इस दौरान कभी हल्की तो कभी बहुत तेज वर्षा का क्रम चलता रहेगा। लगातार हो रही बारिश से नदियों और नालों का जलस्तर ऊपर जा सकता है। निचले इलाकों और ग्रामीण क्षेत्रों में जलभराव की समस्या सामने आ सकती है।
नागरिकों और प्रशासन को चेतावनी
विभाग ने आम जनता को सलाह दी है कि वे अनावश्यक यात्रा से बचें और मौसम से जुड़ी जानकारी पर नजर रखें। भारी बारिश के समय नदी-नालों के किनारे न जाएं और सुरक्षित स्थानों पर रहें। प्रशासन को भी बचाव और राहत कार्यों की तैयारी के लिए अलर्ट मोड पर रखा गया है। खासतौर पर नीमच और मंदसौर जैसे जिलों में बाढ़ जैसी स्थिति बनने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।