चंद्र ग्रहण अपने आप में एक विशेष महत्व रखता है। हिंदू धर्म में ऐसे कई कार्य होते हैं जो बेहद विशेष होते हैं। इस बार आने वाले चंद्र ग्रहण में अगर आप पितृ दोष और कालसर्प योग से मुक्ति पाना चाहते हैं तो यह एक बहुत ही शुभ अवसर माना जा रहा है।
इस ग्रहण के दौरान पूजा और तर्पण के साथ मंत्र जाप दान पुण्य का कार्य करते हैं तो इसे सकारात्मक बदलाव मानसिक शांति सुख समृद्धि घर में आती है। आपको केवल कुछ उपाय करने होंगे जो आपको इन दोषों से मुक्ति दिला सकते हैं। इन दोषों से आप मुक्ति कैसे पा सकते हैं। आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
पितृ दोष और कालसर्प योग से होने वाली परेशानियां
पितृ दोष से घर में कई परेशानियां आती है स्वास्थ्य संबंधित समस्याएं होती और मानसिक तनाव उत्पन्न होता है। पितृ दोष वह होता है जो पूर्वजों की संतुष्टि या अधूरे अनुष्ठानों के कारण होता है।
कालसर्प योग कई ग्रहों की विषम परिस्थिति की वजह से बनता है, जिसे कालसर्प योग कहा जाता है। इसका कई तरह से प्रभाव होता है व्यक्ति का कैरियर नहीं बनता स्वास्थ्य और व्यक्तिगत संबंधों में कई बढ़ाएं आती है और और भी कई समस्याएं देखने को मिलती है।
चंद्र ग्रहण पर करें यह उपाय
चंद्र ग्रहण पर आपको ग्रहण काल पूजा, हवन, मंत्र जाप और दान पुण्य का कार्य करना चाहिए। इसके अलावा पितरों की तर्पण और विशेष यज्ञ करने से इस दोस्त से मुक्ति मिलती है। वही राहु केतु मंत्र जाप और हनुमान या नाग देवता की पूजा से कालसर्प योग से मुक्ति मिलती है। यह दोष खत्म करने के यह उपाय बताए गए हैं।
ध्यान और साधना का तरीका
अगर आप इन दोषों से मुक्ति पाना चाहते हैं तो आपको मानसिक शांति और साधना पर ध्यान देना चाहिए। इसके अलावा अच्छे कार्य और धार्मिक क्रियाएं जीवन में समृद्धि और मानसिक संतुलन लाने में बहुत ज्यादा मददगार साबित होता है। घर के बड़े बुजुर्गों का आशीर्वाद ले और धार्मिक ग्रंथो का पाठ करें। इसके अलावा जरूरतमंदों को आप दान भी कर सकते हैं। इन कार्यों से आपको इन दोषों से मुक्ति मिलती है।