मध्यप्रदेश सरकार ने परिधान और वस्त्र उद्योग को वैश्विक मानकों पर स्थापित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया है। गुरुवार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मुख्यमंत्री निवास स्थित समत्व भवन में शीर्ष अपैरल और टेक्सटाइल ब्रांड्स के प्रतिनिधियों के साथ राउंड टेबल बैठक की। बैठक में निवेश आकर्षित करने, राज्य के उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय बाजार तक पहुँचाने और औद्योगिक माहौल को और अधिक अनुकूल बनाने पर विचार-विमर्श हुआ। इस अवसर पर राज्य सरकार और ब्रांड्स एंड सोर्सिंग लीडर्स एसोसिएशन (BSL) के बीच समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर भी हस्ताक्षर किए गए।
टेक्सटाइल क्षेत्र में 3,500 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश तय
मुख्यमंत्री ने बताया कि मध्य प्रदेश के टेक्सटाइल सेक्टर में अब तक कुल 3,513 करोड़ रुपये का निवेश हो चुका है। पीएम मित्र पार्क के भूमि-पूजन से पहले ही 16,000 करोड़ रुपये के नए निवेश प्रस्ताव मिल चुके हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश की टेक्सटाइल नीति देश में सबसे बेहतरीन है और उद्योग स्थापित करने की प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए अनुमतियों की संख्या घटाकर केवल 10 कर दी गई है। इसके अलावा, अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए प्रत्येक उड़ान पर 15 लाख रुपये की सब्सिडी भी प्रदान की जा रही है।
मध्यप्रदेश का नया ब्रांड, फाइबर टू फैशन
मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी के विज़न के अनुरूप राज्य सरकार उद्योगों को बढ़ावा दे रही है। ग्रीन एनर्जी, ऑर्गेनिक कॉटन, उच्च उत्पादन क्षमता और उद्योग-अनुकूल नीतियां मध्यप्रदेश को वैश्विक ब्रांड्स के लिए आकर्षक विकल्प बनाती हैं। उन्होंने ‘मेड इन एमपी – वियर एक्रॉस द वर्ल्ड’ के लक्ष्य को पूरा करने का पुनः संकल्प व्यक्त किया।
मध्यप्रदेश में बिजली सबसे किफायती
डॉ. यादव ने बताया कि पिछले एक साल में 3 नए मेडिकल कॉलेज खोले जा चुके हैं और जल्द ही 6 और कॉलेजों का उद्घाटन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश देश में सबसे सस्ती बिजली उपलब्ध करा रहा है, और दिल्ली मेट्रो भी अब एमपी की बिजली पर संचालित हो रही है। साथ ही, किसानों के लिए सोलर पंप और बिजली बिल माफी जैसी योजनाओं को लागू किया गया है।