काशी में 3000 से अधिक मंदिर हुए जलमग्न, गंगा के बहाव के आगे लोग हुए बेबस

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By Priyanka DeshmukhPublished On: August 4, 2025

वाराणसी में गंगा नदी का बहाव बहुत तेज हो चुका है और उसके सहायक में बहने वाली वरुणा नदी भी उफान पर चल रही है। ऐसे में यहां की आबादी वाले क्षेत्रों में कई परेशानियां खड़ी हो गई है। लोगों को अपने स्थान बदलने पड़ रहा है। जिसको देखते हुए डीएम ने इन सभी इलाकों को निरीक्षण कर अफसर को राहत कार्य के निर्देश जारी कर दिए गए हैं। गंगा नदी खतरे के निशान को पार करते हुए 71.26 के ऊपर चल रही है।

जिसके चलते लगभग 84 घाटों का संपर्क टूट चुका है यहां मौजूद किनारे पर जितने भी मंदिर थे। जिनकी गिनती लगभग 3000 बताई जा रही है वह सभी मंदिर जलमग्न हो चुके हैं। शीतला घाट पर मौजूद मां का मंदिर भी जल में डूब चुका है। यहां पर मौजूद जल पुलिस की चौकी भी जलमग्न हो चुकी है और यह सब देखते हुए जिला अधिकारी ने आबादी क्षेत्र वालों ने जगह पर जाकर यहां का मुआयना किया।

गंगा का स्तर पहुंचा खतरे के निशान से ऊपर

यहां पर मौजूद सभी लोगों का कहना है कि अंदाजा लगाया जाए तो अगर इसी तरह के हालात बने रहेंगे तो सभी सीढ़ियां भी जलमग्न हो जाएगी और हालत बिगड़ जाएंगे। बीते दिन यानी कि रविवार की पिछली रात शनिवार को 12:00 बजे के आसपास गंगा का जल स्तर 71.71 मीटर पहुंच चुका 84 घाटों को जलमग्न करने के बाद गंगा नदी शहर में प्रवेश कर चुकी है।

लोग फंसे घरों में

गंगा के तेज बहाव और बाढ़ के चलते गंगा द्वारा से गंगा केवल 14 सीढ़ियां नीचे ही है। दशाश्वमेध में घाट की केवल तीन सीढ़ियां बची हुई है। इसके अलावा शीतला घाट पूरी तरह से जलमग्न हो चुका है और सिंधिया घाट पर रत्नेश्वर महादेव के मंदिर के शिखर पर कुछ हिस्सा ही नजर आ रहा है। यहां पर जितने भी लोगों के घर है सब जलमग्न हो चुके हैं लोग घरों में फंसे हुए हैं।

गंगा का जल जगन्नाथ मंदिर के गेट पर पहुंचा

यहां पर मौजूद अस्सी घाट पर गंगा का पानी सड़क पर तेज बहाव के साथ बह रहा है। वही जगन्नाथ मंदिर के गेट तक भी पहुंच चुका है। ऐसे में लोगों की भीड़ को देखते हुए बेरिकेटिंग लगा दी गई है। यहां पर मौजूद लगभग 50000 से ज्यादा लोग बाढ़ से प्रभावित हो चुके हैं। गंगा का बहाव लगातार बढ़ता जा रहा है।

लोगों की मुश्किलें बड़ी

हजारों की आबादी वाला यह क्षेत्र गंगा और वरुणा नदी के लगातार बढ़ते जल स्तर की वजह से प्रभावित हो रहा है। गंगा का यह बढ़ता जल का स्तर लोगों के लिए मुश्किलें खड़ी कर रहा है। बीते दिन यानी कि शनिवार को वरुणा नदी में सुबह 10:00 बजे से लेकर शाम 5:00 बजे तक का भाव 12 फीट दर्ज किया गया है। लगातार इस बढ़ती मुश्किलों की वजह से लोग फंस चुके हैं और उनकी परेशानियां बढ़ती जा रही है।