आखिर क्या है कामिका एकादशी का महत्व, जाने क्यों है यह हजार यज्ञों के बराबर

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By Priyanka DeshmukhPublished On: July 21, 2025

कामिका एकादशी एक बहुत ही पवित्र और पुण्यदाई माना जाता है। इस एकादशी का व्रत करना हजार यज्ञों के बराबर माना जाता है। इस व्रत से कई पुण्यदाई फल मिलते हैं और यह बेहद शुभ माना जाता है। यह व्रत आज रखा जाएगा। इस व्रत को भगवान विष्णु का व्रत माना जाता है। कामिका एकादशी के इस व्रत को जो भी करता है उसे कई पुण्यदाई फल मिलते हैं। हिंदू धर्म में से बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। आइए इस व्रत के बारे में विस्तार से बताते हैं।

इस व्रत का विशेष महत्व

हिंदू धर्म में इस व्रत को बहुत ही पवित्र और पावन माना जाता है। इस व्रत का महत्व हजारों यज्ञों के बराबर माना जाता है। इस व्रत को रखने से सभी पाप नष्ट होते हैं और मोक्ष मिलता है। यह व्रत बहुत ही पावन माना जाता है।

व्रत करने का सही नियम

कामिका एकादशी के व्रत के दिन सुबह के समय उठकर स्वच्छ जल से स्नान करें और साफ सुथरे कपड़े पहने और भगवान विष्णु की प्रतिमा के समीप घी का दिया जलाएं। इस दिन झूठ ना बोले और क्रोध से बचे। इसके अलावा व्रत कथा को पढ़ें और प्रभु की प्रार्थना करें और रात्रि के समय भजन कीर्तन करें। इसके बाद अगले दिन व्रत का पारण कर दे।

इस व्रत के पुण्यदाई फल

इस व्रत को करने से भक्तों को पापों से मुक्ति मिलती है और मन में शांति की भावना बनी रहती है जीवन मंगलमय होता है घर में सुख शांति और समृद्धि बनी रहती है। इसके अलावा आध्यात्मिक उन्नति और मोक्ष की प्राप्ति होती है। इस व्रत को हजारों यज्ञ के बराबर माना जाता है।