65 हजार चालान, 2 करोड़ की वसूली, लेकिन ट्रैफिक संभालने वाला कोई नहीं, नेता भी प्रदर्शन में मशगूल

इंदौर में ट्रैफिक जाम की स्थिति बदतर होती जा रही है, लेकिन पुलिस चालान पर व्यस्त है और जनप्रतिनिधि राजनीतिक आयोजनों में उलझे हैं, जिससे जनता घंटों जाम में फंसी रही।

Abhishek Singh
Published:
65 हजार चालान, 2 करोड़ की वसूली, लेकिन ट्रैफिक संभालने वाला कोई नहीं, नेता भी प्रदर्शन में मशगूल

इंदौर में ट्रैफिक जाम की स्थिति लगातार गंभीर होती जा रही है, जबकि पुलिस का पूरा ध्यान केवल चालान काटने पर केंद्रित है। हैरानी की बात यह है कि जिन इलाकों में सबसे अधिक जाम लग रहा है, वहां न तो कोई ट्रैफिक पुलिसकर्मी तैनात है और न ही कोई अधिकारी या जनप्रतिनिधि हालात की सुध ले रहा है। पूरा शहर रेंगते यातायात का सामना कर रहा है, जबकि नेता रैलियों और शक्ति प्रदर्शन में व्यस्त हैं। सोमवार को प्रदेश भाजपा अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल के आगमन के दौरान भी शहरभर में भारी जाम की स्थिति रही। लोग तीन घंटे तक रास्तों में फंसे रहे, लेकिन राजनीतिक प्रदर्शन थमता नजर नहीं आया।

पुलिस ने काटे 34 हजार चालान

मार्च के अंत से ट्रैफिक पुलिस ने शहर के चार प्रमुख चौराहों पर “जीरो टॉलरेंस ज़ोन” की शुरुआत की थी, जिसे बाद में बढ़ाकर आठ चौराहों तक लागू किया गया। इस अभियान के तहत ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों को चालान के साथ-साथ जागरूकता के उद्देश्य से विभिन्न प्रकार की सजा भी दी गई, ताकि लोग नियमों का पालन करना सीखें।

इस वर्ष अब तक ट्रैफिक विभाग द्वारा कुल 67,830 चालान जारी किए जा चुके हैं, जिनमें से सबसे अधिक 34,161 चालान बिना हेलमेट सवारी करने वालों पर किए गए हैं। इसके बाद 10,305 चालान बिना नंबर प्लेट, और 6,520 चालान ट्रैफिक संकेतों की अनदेखी पर किए गए।

पिछले वर्ष जनवरी 2024 से जून 2024 के बीच विभाग ने कुल 30,089 चालान काटे थे और 1 करोड़ 28 लाख 35 हजार 250 रुपये का समन शुल्क वसूला था। जबकि इस वर्ष, अब तक विभाग पिछले साल की तुलना में 1 करोड़ 63 लाख 45 हजार 250 रुपये अधिक वसूल चुका है।

इसके अलावा, इस साल तीन सवारी करने पर 1,575, सीट बेल्ट न पहनने पर 2,311, काली फिल्म लगाए वाहनों पर 3,491, और शराब पीकर वाहन चलाने के 492 चालान दर्ज किए गए हैं। अन्य नियमों के उल्लंघन पर भी बड़ी संख्या में चालान बनाए गए हैं।

इन जगहों पर है जाम की परेशानी

  • रालामंडल
  • बंगाली चौराहा
  • रेलवे स्टेशन
  • फोनिक्स बायपास
  • पालदा
  • देवास नाका
  • खंडवा रोड
  • सांवेर उज्जैन रोड

चालानों से भर रहा खजाना

इंदौर में ट्रैफिक पुलिस ने मार्च के अंत से “जीरो टॉलरेंस” अभियान की शुरुआत की, जिसके तहत ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने पर किसी भी तरह की रियायत नहीं दी जा रही — सीधा चालान काटा जा रहा है। इस सख्त कार्रवाई का असर पुलिस के राजस्व पर साफ दिख रहा है। पिछले छह महीनों में ट्रैफिक पुलिस ने चालानों के जरिए 2 करोड़ 91 लाख 80 हजार 500 रुपये की वसूली की है। सबसे अधिक चालान बिना हेलमेट और बिना नंबर प्लेट के मामलों में किए गए हैं। पिछले साल जून तक जितने चालान बनाए गए थे, इस साल उनकी संख्या दोगुने से भी अधिक हो चुकी है।

जनता फंसी, पुलिस गायब

शहर में हर दिन ट्रैफिक जाम आम समस्या बन चुका है, लेकिन जाम से जूझते क्षेत्रों में ट्रैफिक पुलिस की मौजूदगी शायद ही कभी दिखाई देती है। नेताओं की रैलियाँ और सार्वजनिक कार्यक्रम इन हालात को और भी गंभीर बना देते हैं। खुद कलेक्टर यह स्पष्ट कर चुके हैं कि अब ट्रैफिक पुलिस का प्राथमिक फोकस चालान काटने के बजाय जाम खुलवाने पर होना चाहिए। बावजूद इसके, व्यस्त चौराहों और ट्रैफिक ब्लॉकेज वाले इलाकों में पुलिसकर्मियों की अनुपस्थिति साफ देखी जा सकती है।