
साल 2025 का सावन महीना जल्द ही शुरू होने जा रहा है। ऐसे में सभी शिव भक्त शिवजी पर जल अर्पित करने जाएंगे। लेकिन क्या आप जानते हैं कि शिवजी पर जल अर्पित करने का एक सही तरीका होता है। जिससे आपको अपनाना होता है गलत तरीके से चढ़ाया गया जल किसी प्रकार के लाभ नहीं देता है। शिवजी पर जल चढ़ाने के लिए आपको किन-किन बातों का ध्यान रखना है। आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
जल चढ़ाने की सही दिशा
सावन महीने में शिवलिंग पर जल चढ़ाते वक्त इस बात का खास ध्यान रखें कि आपका मुख उत्तर दिशा की ओर होना चाहिए। यह दिशा शुभ मानी जाती है। वहीं दक्षिण दिशा की ओर मुख करना बेहद अशुभ माना जाता है। इसीलिए कभी भी शिवलिंग पर जल चढ़ाते समय दक्षिण दिशा की ओर मुंह ना करें।

तांबे की वस्तु से चढ़ाए जल
शिवलिंग पर जल चढ़ाते समय इस बात का खास ध्यान रखें कि लोहे या स्टील की वस्तु का इस्तेमाल नहीं करना है। शिवजी पर जल चढ़ाते समय पीतल, तांबा या चांदी के बर्तन का इस्तेमाल करें क्योंकि यह शुभ मानी जाती है।
बैठकर जल करें अर्पित
शिवलिंग पर जल चढ़ाते समय इस बात का खास ध्यान रखें कि खड़े होकर जल नहीं चढ़ाना है। शिवजी पर जल चढ़ाते समय बैठकर ही जल चढ़ाएं। खड़े होकर जल चढ़ाना अशुभ माना जाता है।
जल चढ़ाने का तरीका
शिवलिंग पर जल चढ़ाते समय निरंतर धारा शिवलिंग पर गिरनी चाहिए। धार को बीच में नहीं रोकना है क्योंकि यह बेहद अशुभ माना जाता है।
स्वच्छ बेलपत्र का करें इस्तेमाल
शिवलिंग पर जो बेलपत्र चढ़ाए जाते हैं वह स्वच्छ और संपूर्ण होने चाहिए बेलपत्र कभी भी कटे या फटे या फिर गंदे बेलपत्र शिवजी पर ना चढ़ाएं। ऐसे बेलपत्र चढ़ाना अशुभ माना जाता है।