
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को टनकपुर स्थित पर्यटन आवास गृह से कैलाश मानसरोवर यात्रा के पहले दल को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने यात्रियों का पारंपरिक रूप से स्वागत किया तथा उत्तराखंड की सांस्कृतिक धरोहर से जुड़े स्मृति चिह्न भेंट किए।
मुख्यमंत्री ने 11 राज्यों से आए सभी श्रद्धालुओं से संवाद कर उनका देवभूमि उत्तराखंड में हार्दिक स्वागत किया। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि कैलाश मानसरोवर की यात्रा करने का सौभाग्य हर किसी को नहीं मिलता, यह केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि आत्मिक और आध्यात्मिक जागरण का मार्ग है। उन्होंने कहा श्रद्धालु इस अद्वितीय यात्रा के सहभागी बनकर केवल यात्रा नहीं, बल्कि समर्पण की अनुभूति लेकर जा रहे हैं।

आगे उन्होंने कहा की उत्तराखंड की पवित्र भूमि के हर कोने में भगवान शिव का निवास है। यह यात्रा अब केवल एक भौगोलिक सफर नहीं रह गई है, बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के दूरदर्शी नेतृत्व और मजबूत संकल्प की वजह से यह सीमाओं को पार कर शिव दर्शन का एक प्रभावशाली साधन बन चुकी है। जहां पहले यह यात्रा सात दिन या उससे अधिक समय लेती थी, अब इसे मात्र कुछ ही घंटों में पूरा किया जा सकता है।
उत्तराखंड सरकार इस यात्रा को आसान, सुरक्षित और सुविधाजनक बनाने के लिए पूरी निष्ठा से कार्यरत है। हर स्टॉप पर स्वास्थ्य, आवास, भोजन, सुरक्षा और अन्य आवश्यक सेवाओं को मजबूत किया गया है ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो। मुख्यमंत्री ने भगवान भोलेनाथ से सभी यात्रियों के लिए सफल, सुखद और सुरक्षित यात्रा की प्रार्थना की।
इस अवसर पर सभी श्रद्धालुओं ने चम्पावत वासियों के आत्मीय व्यवहार के लिए आभार व्यक्त किया और यात्रा को स्मरणीय व सुरक्षित बनाने के लिए उत्तराखंड सरकार की उत्कृष्ट व्यवस्थाओं की सराहना की।