MP Weather : मध्य प्रदेश में मानसून अब अपने सक्रिय दौर में प्रवेश कर चुका है। साइक्लोनिक सिस्टम और मानसून के प्रभाव से राज्य में लगातार बारिश देखी जारही है। 4 से 7 जुलाई तक कई जिलों में मूसलाधार बारिश और भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।
4 जुलाई को ही 7 जिलों में अति भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। 23 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। 4 से 8 इंच तक बारिश हो सकती है। इसके अलावा निचले इलाकों में जल भराव और बाढ़ जैसे हालात बन सकते हैं।

कई मौसम प्रणाली सक्रिय
राज्य में एक साथ कई मौसम प्रणाली सक्रिय है। मानसून बीकानेर से लेकर बंगाल की खाड़ी तक फैली हुई है और इस दौरान खजुराहो और डाल्टेनगंज से गुजर रही है। पश्चिमी राजस्थान उत्तर पूर्वी एमपी, बंगाल और उड़ीसा सीमा पर हवा के ऊपरी भाग में भी साइक्लोन सक्रिय हुआ है। उत्तर पूर्वी अरब सागर से बंगाल की खाड़ी पर एक और रेखा बनी हुई है। इन सभी का असर मध्य प्रदेश के उत्तरी और पूर्वी जिलों पर देखा जा रहा है।
23 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी
4 जुलाई को जिन जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। उनमें जबलपुर. मंडला. डिंडोरी, शिवपुरी और गुण शामिल है।भारी बारिश का अलर्ट जारी करते हुए ग्वालियर, मुरैना, भिंड, विदिशा, रायसेन, पांढुर्णा, छिंदवाड़ा, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, कटनी, सतना, पन्ना, छतरपुर, टीकमगढ़, अशोकनगर, दमोह, सागर, नरसिंहपुर में भी भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।
5 जुलाई को मंदसौर, राजगढ़, विदिशा, सागर, रायसेन, सिवनी, मंडला, डिंडोरी, बालाघाट में अति भारी बारिश का ऑरेंज जारी किया गया है जबकि उज्जैन, रतलाम, नीमच, आगर मालवा, शाजापुर, गुना, अशोकनगर, नर्मदा पुरम, दमोह, पन्ना और कटनी में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।
पुल और पुलिया डूबने और संपर्क मार्ग कटने की भी खबरें
कई जिलों में बारिश जैसे हालात निर्मित हो गए है। ग्रामीण इलाके में पुल और पुलिया डूबने और संपर्क मार्ग कटने की भी खबरें सामने आ रही है। सिंधु नदी उफान पर है जबकि अटल सागर डैम के दो गेट खोले गए हैं। शिवपुरी और मंडला में भारी बारिश से शहरी और ग्रामीण इलाकों में जल भराव की स्थिति है।