अब नहीं सुनाई देगी कॉल से पहले अमिताभ बच्चन की आवाज, जानें सरकार ने क्यों लिया ये फैसला?

सरकार ने साइबर फ्रॉड से जुड़ी अमिताभ बच्चन की कॉलर ट्यून को बंद करने का फैसला लिया है, क्योंकि यह इमरजेंसी कॉल्स में बाधा बन रही थी। लोगों की शिकायतों और सोशल मीडिया पर विरोध के बाद संचार मंत्रालय ने टेलीकॉम कंपनियों को इसे हटाने का निर्देश दिया।

Srashti Bisen
Published:
अब नहीं सुनाई देगी कॉल से पहले अमिताभ बच्चन की आवाज, जानें सरकार ने क्यों लिया ये फैसला?

अगर आप भी कॉल लगाने से पहले बार-बार अमिताभ बच्चन की आवाज़ सुनकर ऊब चुके थे, तो अब आपको राहत मिलेगी। सरकार ने गुरुवार (26 June) से साइबर धोखाधड़ी को लेकर अमिताभ बच्चन की आवाज़ में चल रही कॉलर ट्यून को हटाने का निर्णय लिया है। यह वही कॉलर ट्यून है जिसमें अमिताभ बच्चन लोगों को ओटीपी या बैंक डिटेल्स साझा न करने की सलाह देते थे। अब यह ट्यून आपकी कॉलिंग से हट चुकी है और इसके पीछे कारण भी काफी गंभीर हैं।

MP

देश में लगातार बढ़ते ऑनलाइन ठगी और साइबर फ्रॉड के मामलों के मद्देनज़र, संचार मंत्रालय ने मोबाइल ऑपरेटरों को निर्देश दिए थे कि हर कॉल से पहले एक जागरूकता संदेश सुनाया जाए। इस संदेश में सदी के महानायक अमिताभ बच्चन की आवाज़ में कहा जाता था, “कृपया सतर्क रहें, किसी के साथ ओटीपी या बैंक डिटेल्स साझा न करें…”। इस पहल का उद्देश्य लोगों को जागरूक करना था ताकि वे फर्जी कॉल, लिंक और धोखाधड़ी से सतर्क रहें।

समय के साथ बना यह ट्यून बोझिल और बाधक

शुरुआत में यह कॉलर ट्यून एक सकारात्मक प्रयास के रूप में देखी गई और लाखों लोगों तक इसका संदेश भी पहुंचा। लेकिन समय के साथ यह ट्यून लोगों को खटकने लगी, खासतौर पर जब इमरजेंसी जैसी स्थिति में कॉल करना होता था। लगभग 40 सेकंड की लंबी चेतावनी सुनने के बाद ही कॉल कनेक्ट होती थी, जो कई बार कीमती समय की बर्बादी बन जाती थी।

आपात स्थिति में जैसे कि एम्बुलेंस, पुलिस या फायर ब्रिगेड को फोन करने में यह संदेश बाधा बन सकता है। ऐसे कई उदाहरण सामने आए जहां कॉल से पहले इस ट्यून के कारण देरी हुई और मदद समय पर नहीं मिल सकी।

शिकायतों की बाढ़ और सोशल मीडिया पर विरोध

जैसे-जैसे लोगों की परेशानी बढ़ी, वैसे-वैसे सोशल मीडिया पर विरोध तेज हुआ। ट्विटर, फेसबुक जैसे प्लेटफॉर्म्स पर #RemoveCallerTune हैशटैग ट्रेंड करने लगा। कई यूजर्स ने इसे “बिल्कुल बेवक्त और अनावश्यक” बताया, जबकि कुछ ने इसे “संभावित रूप से जानलेवा” तक कह दिया।

इंदौर के पूर्व विधायक सुदर्शन गुप्ता ने इस ट्यून के खिलाफ केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को एक शिकायत पत्र भी सौंपा। उन्होंने उसमें एक गंभीर घटना का उल्लेख किया जिसमें एक सड़क दुर्घटना के शिकार व्यक्ति को समय पर सहायता नहीं मिल सकी, क्योंकि कॉल से पहले अमिताभ की आवाज़ ने कीमती सेकंड्स गंवा दिए।

सरकार ने माना, जल्द की कार्रवाई

इस मामले को गंभीरता से लेते हुए संचार मंत्रालय ने तत्काल निर्णय लिया। सभी टेलीकॉम कंपनियों को आदेश दिया गया कि इस कॉलर ट्यून को हटाया जाए ताकि कॉलिंग प्रक्रिया में किसी तरह की देरी न हो। अब यह संदेश कॉल से पहले नहीं बजेगा, जिससे यूजर्स को राहत मिलेगी, खासकर आपात परिस्थितियों में।