इंदौर मेट्रो के बाद अब भोपाल मेट्रो पर भी सभी की नजरें टिकी हैं। राजधानी में मेट्रो सेवा की शुरुआत इस साल सितंबर तक होने की संभावना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसके उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल हो सकते हैं। हाल ही में मुख्यमंत्री मोहन यादव की अध्यक्षता में हुई समीक्षा बैठक में इस परियोजना की अंतिम समय-सीमा तय कर दी गई है।
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने मेट्रो निर्माण में किसी भी प्रकार की देरी को लेकर सख्त रुख अपनाया है। उन्होंने साफ निर्देश दिए हैं कि अगर कोई अधिकारी या एजेंसी इस कार्य में बाधा डालती है तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। पहले यह मेट्रो जून या जुलाई में शुरू होने वाली थी, लेकिन निर्माण कार्य में देरी के कारण अब इसकी शुरुआत सितंबर में करने का फैसला लिया गया है।

आरडीएसओ विशेषज्ञ करेंगे सेफ्टी ट्रैक की जांच
भोपाल मेट्रो के लिए ट्रैक बिछाने का कार्य लगभग पूरा हो चुका है। अब इसकी सेफ्टी और तकनीकी जांच रेलवे डिजाइन और मानक संगठन (RDSO) के विशेषज्ञों द्वारा की जाएगी। मेट्रो प्रशासन ने आरडीएसओ को इस संबंध में पत्र भेज दिया है। जून महीने में विशेषज्ञ भोपाल पहुंचेंगे और अगर किसी तरह के तकनीकी सुधार की जरूरत महसूस होती है, तो समय रहते बदलाव किए जाएंगे। यदि सब कुछ ठीक रहा तो सितंबर से भोपाल की जनता मेट्रो में सफर कर सकेगी।
2018 में मिली थी मंज़ूरी, अब आकार ले रहा है सपना
भोपाल मेट्रो परियोजना को वर्ष 2018 में मंज़ूरी मिली थी। योजना के तहत दोनों प्रमुख मेट्रो लाइनों की कुल लंबाई लगभग 30 किलोमीटर रखी गई है, जिसमें 30 स्टेशन प्रस्तावित हैं। इनमें से दो स्टेशन भूमिगत होंगे, जो मेट्रो की तकनीकी मजबूती और शहरी यातायात को ध्यान में रखकर बनाए जा रहे हैं।
रूट डिटेल्स: ऑरेंज और ब्लू लाइन
प्रारंभिक चरण में भोपाल मेट्रो की दो मुख्य लाइनों पर काम किया जा रहा है। ऑरेंज लाइन करोंद चौराहा से एम्स साकेत नगर तक चलेगी, जबकि ब्लू लाइन भदभदा चौराहा से रत्नागिरी तिराहा तक निर्धारित की गई है। मेट्रो डिपो सुभाष नगर क्षेत्र में तैयार किया गया है, जो संचालन और रखरखाव की दृष्टि से अहम होगा। मुख्यमंत्री ने संकेत दिए हैं कि भविष्य में इन रूटों का और विस्तार किया जाएगा।
करोड़ों की लागत, सरकार का सख्त रुख
भोपाल मेट्रो परियोजना में सरकार करोड़ों रुपए का निवेश कर रही है। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इस कार्य को प्राथमिकता देते हुए स्पष्ट शब्दों में कहा है, “भोपाल मेट्रो का कार्य अब रुकना नहीं चाहिए।” उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि हर हाल में सितंबर तक कार्य पूरा हो जाना चाहिए और यदि कोई इस कार्य में अड़ंगा डालने की कोशिश करता है, तो उसके खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जाए।